मुंगेर: सांसद की चेतावनी व प्रमंडलीय आयुक्त का फटकार सदर अस्पताल के सफाई व्यवस्था के लिए बेअसर रहा है. अस्पताल में न तो सफाई व्यवस्था सुधरी और न ही जल जमाव से निजात मिला है. हाल यह है कि अब मेडिकल स्टाफ द्वारा नालों व यत्र-तत्र मेडिकल कचरे फेंके जा रहे हैं. एक पुरानी कहावत है कि ‘ भैंस के आगे बीन बजाने से कोई फायदा नहीं होता ‘. यह कहावत सदर अस्पताल पर सटीक बैठती है. 15 अप्रैल को मुंगेर के सांसद वीणा देवी ने अस्पताल की गंदगी को देख कर सिविल सर्जन डॉ रामेश्वर महतो को चेतावनी दी थी. किंतु दो महीना बीत जाने के बाद भी अस्पताल में गंदगी का आलम जस का तस है.
19 मई को प्रमंडलीय आयुक्त लियान कुंगा ने सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. अस्पताल में व्याप्त गंदगी को देख वे काफी नाराज हुए थे. साथ ही सिविल सर्जन को कड़ी फटकार लगाते हुए उन्होंने चार दिन के भीतर अस्पताल की सफाई व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया था. लेकिन सांसद की चेतावनी व आयुक्त की फटकार अस्पताल प्रबंधन के लिए ढाक के तीन पात के समान रहा. आज भी अस्पताल के हर कोने में गंदगी भरी हुई है.
नालों व फर्श पर मेडिकल कचरों का भरमार है. अस्पताल परिसर में व्याप्त जल जमाव लोगों को मुंह चिढ़ा रही है. कहते हैं सिविल सर्जन सिविल सर्जन डॉ रामेश्वर महतो ने बताया कि जब तक पर्याप्त संख्या में सफाईकर्मी की व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक अस्पताल के सफाई व्यवस्था में सुधार लाना मुश्किल है. मेडिकल कचरे को डस्टबीन में ही फेंका जाना है. यदि कोई कर्मी इधर- उधर कचरे को फेंकते हैं तो उसे हिदायत दी जायेगी.