चार छठ व्रती महिलाओं की मौत के मामले में ट्रेन के चालक पर उठ रहे सवाल
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दानापुर के चीफ लोको इंस्पेक्टर ने की जांच लीपापोती में जुटा रेल प्रशासन
चार छठ व्रती महिलाओं की मौत के मामले में ट्रेन के चालक पर उठ रहे सवाल जमालपुर : जमालपुर-धरहरा रेलमार्ग पर सोमवार की प्रात: मौत बन कर आई 13401 अप भागलपुर-दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस की चपेट में चार छठव्रती महिलाओं की दर्दनाक मौत हो गई थी. जिसको लेकर क्षेत्र में रेलवे की लापरवाही की चर्चा दूसरे […]
जमालपुर : जमालपुर-धरहरा रेलमार्ग पर सोमवार की प्रात: मौत बन कर आई 13401 अप भागलपुर-दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस की चपेट में चार छठव्रती महिलाओं की दर्दनाक मौत हो गई थी. जिसको लेकर क्षेत्र में रेलवे की लापरवाही की चर्चा दूसरे दिन बनी रही. हालांकि इस बीच दानापुर रेलमंडल के सीएलआइ ने बड़े ही गुपचुप तरीके से घटनास्थल का जायजा लिया. इस मामले में इंटरसिटी एक्सप्रेस के चालक की लापरवाही जहां स्पष्ट रूप से परिलक्षित है. वहीं दानापुर के चीफ लोको इंस्पेक्टर ने गुपचुप तरीके से आज मामले की पड़ताल की.
इंटरसिटी एक्सप्रेस की घटना ने कई सवालों को पैदा किया है. आखिर आधे दर्जन से अधिक लोगों के ट्रेन की चपेट में आ जाने के बाद भी ड्राइवर और गार्ड ने ट्रेन को घटनास्थल के आसपास क्यों नहीं रोका. जबकि यह घटना सुबह करीब साढ़े सात बजे की है. लोगों में यह भी चर्चा भी बनी रही कि भले ही घटना के समय कुहासा छाया हुआ था, परंतु ट्रेन के इंजन में तो तीव्र प्रकाश की व्यवस्था होती है. जिससे सहज ही भीड़ को रेलवे पटरी पर देखा गया होगा. फिर भारी भीड़ को भी देख कर ड्राइवर ने आखिर हॉर्न क्यों नहीं बजाया.
दूसरी ओर रेलवे के कुछ जानकारों ने बताया कि रेलवे में नियम है कि इस प्रकार की कोई दुर्घटना के बाद यह जिम्मेवारी ड्राइवर और गार्ड की होती है कि घटनास्थल के पास ही ट्रेन को रोक कर वहां की स्थिति का जायजा ले और जहां घटना घटी, उस स्थल के बाद आने वाले पहले स्टॉपेज पर मौखिक नहीं, बल्कि लिखित रूप से घटना के बारे में वहां के स्टेशन मास्टर को मेमो के रूप में जानकारी दे. परंतु इस घटना में ऐसा कुछ नहीं किया गया. धरहरा में ट्रेन रूकी और खुल गयी. लेकिन ड्राइवर व गार्ड ने इसकी लिखित सूचना धरहरा स्टेशन प्रबंधक को नहीं दी.
बताया गया कि सोमवार को 13401 अप भागलपुर-दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस को लेकर दानापुर के ड्राइवर अरविंद कुमार और असिस्टेंट ड्राइवर पंकज कुमार निकले थे. जबकि इस ट्रेन का गार्ड जमालपुर के ही थे. ऐसे में रेलवे की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आने के कारण लोगों में यह भी चर्चा रही कि रेलवे पूरे मामले को लीपापोती करने में लगा हुआ है. वैसे जिस स्थान पर घटना घटी वह तो मालदा रेल मंडल में आता है, परंतु घटना को अंजाम देने वाले चालक और सहायक चालक दानापुर रेल मंडल के थे. ऐसे में दोनों रेल मंडलों के सामंजस्य के बीच के गैप में कहीं इस दुर्घटना की जांच दम न तोड़ दे. हालांकि यहां प्राप्त जानकारी में बताया गया कि दानापुर के चीफ लोको इंस्पेक्टर पी कौशल ने गुपचुप तरीके से मंगलवार को घटनास्थल का निरीक्षण भी कर लिया.
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