मधुबनी : ज्योति रानी तीसरी मंजिल पर स्थित फ्लैट से छठी मंजिल पर सहेली से मिलने लिफ्ट से जा रही थी. इसी बीच जैसे ही वह पांचवी मंजिल पर पहुंची, लिफ्ट कुछ आगे बढ़ी और फिर रुक गयी. लिफ्ट का आधा हिस्सा छठी मंजिल पर और आधा हिस्सा पांचवीं मंजिल पर था. अब उस समय क्या हुआ यह अपार्टमेंट का कोई भी फ्लैटधारक जानकारी नहीं दे रहा है.
उन्होंने अपने से ही प्रयास कर लिफ्ट की दोनों ग्रिल को खोला और फिर पांचवें तल्ले से नीचे उतरने के क्रम में लिफ्ट की खाली होल में नीचे गिर गयी होगी. लिफ्ट के सबसे नीचे लोहे का स्प्रिंग होता है और फर्श भी प्लास्टर का था. जिसमें वह टकरायी और लहूलुहान हो गयी. वह माथे के बल नीचे गिरी थी. उनका एक चप्पल चार मंजिल पर लिफ्ट की बाहरी ग्रिल में फंसा हुआ था.
गार्ड के हो-हल्ला मचाये जाने पर जुटे लोग : अचानक नीचे गिरने की आवाज के बाद वहां के गार्ड राजेंद्र पासवान को जानकारी हुई. उसने हल्ला मचाया, तो काफी संख्या में लोग जुट गये. इसके बाद ग्राउंड फ्लोर पर लगी लिफ्ट की ग्रिल को तोड़ कर उन्हें पांच फुट अंदर होल से बाहर निकाला गया और किसी तरह से कुर्जी अस्पताल ले जाया गया. लेकिन, फिर पारस अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गयी.
यह घटना जब हुई, तो उस समय एसडीएम जगदीश कुमार मधुबनी डीएम के साथ बैठक में थे. उन्हें किसी ने फोन कर घटना की जानकारी दी और वे तुरंत ही मीटिंग से निकल कर पटना के लिए रवाना हुए. वे जब तक पटना पहुंचे, तब तक उनकी पत्नी की मौत हो चुकी थी.
हर बिंदु पर जांच कर रही पुलिस : बुधवार की सुबह पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव का अंतिम संस्कार करने के लिए जमालपुर चले गये हैं. गार्ड राजेंद्र पासवान ने बताया कि किसी ने उन्हें नीचे गिरते हुए नहीं देखा.
आवाज सुन कर वे लोग दौड़ें, तो फिर उन्हें गिरा हुआ पाया. अपार्टमेंट के सचिव धनंजय कुमार ने बताया कि जिस समय यह घटना हुई वे अपने परिजन की शादी कार्यक्रम में शरीक होने आये हुए थे. उन्होंने इस संबंध में बताया कि लिफ्ट का हर समय मेंटेनेंस किया जाता था. इधर, इस बात की जानकारी फिलहाल किसी ने नहीं दी कि अचानक वह लिफ्ट कैसे रुक गयी. उस समय बिजली कटी थी या फिर लिफ्ट तकनीकी गड़बड़ी से रुकी. जिस भी फ्लैटधारी से इस संबंध में बात करने का प्रयास किया गया, वे कुछ भी जानकारी देने से इनकार करते रहे. उनका कहना है कि यह कैसे हुआ, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है.
वे लोग अपने-अपने फ्लैट के अंदर थे. इन सभी बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है और लिफ्ट मेंटेनेंस की जिसके पास जिम्मेवारी थी, उससे भी पूछताछ की गयी है. दीघा थानाध्यक्ष गोल्डेन कुमार ने बताया कि हर बिंदु पर जांच की जा रही है. जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकती है कि लिफ्ट किस कारण से अचानक ही बीच में रुक गयी.