दुखद. ड्राइंग मास्टर कॉलोनी में हादसा, घर में रखे पांच लाख के सामान जले
Advertisement
सिलिंडर फटने से दो महिलाओं सहित तीन झुलसे, पटना रेफर
दुखद. ड्राइंग मास्टर कॉलोनी में हादसा, घर में रखे पांच लाख के सामान जले दो मिनट का रास्ता, पर अग्निशमन वाहन को आने में लगा आधा घंटा मधुबनी : शहर मुख्यालय स्थित पोस्ट ऑफिस के निकट ड्राइग मास्टर कॉलोनी में सोमवार की देर रात गैस सिलिंडर के फटने से घर में आग लग गयी. जिसमें […]
दो मिनट का रास्ता, पर अग्निशमन वाहन को आने में लगा आधा घंटा
मधुबनी : शहर मुख्यालय स्थित पोस्ट ऑफिस के निकट ड्राइग मास्टर कॉलोनी में सोमवार की देर रात गैस सिलिंडर के फटने से घर में आग लग गयी. जिसमें दो महिलाओं सहित तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गये. जबकि करीब पांच लाख से ऊपर की क्षति बतायी जा रही है. जानकारी के अनुसार शशिधर ठाकुर की पत्नी शानी ठाकुर तीन मंजिला मकान के दूसरे तल्ले पर खाना बना रही थी. अचानक सिलिंडर से रिसाव होने लगा और सिलेंडर में आग पकड़ लिया. जब तक लोग कुछ समझ पाते सिलेंडर ब्लास्ट कर गया. इससे खाना बना रही शशिधर ठाकुर की पत्नी के कपड़े में आग पकड़ लिया.
मां को आग से घिरी देख उनकी बेटी स्वेता कुमारी मां को बचाने गयी. लेकिन स्वेता के कपड़े में भी आग पकड़ लिया और वह भी झुलस गयी. सिलेंडर फटने की आवाज से तीसरे मंजिल पर रहने वाले शशिधर ठाकुर के भाई मुरलीधर ठाकुर भी दौड़कर नीचे आये. पर स्वेता को बचाने की कोशिश में वे भी आग से झुलस गये. वहीं आग की लपट से घर में रखे फ्रीज, वाशिंग मशीन, सोफा सहित घर में रखा अन्य कीमती सामान भी जल कर राख हो गया.
बताया जा रहा है कि किचेन रूम में दो अन्य सिलिंडर भी रखा था. सिलिंडर फटने के बाद घर में आग की तेज लपटें उठने लगी. लोगों ने तत्काल ही इसकी सूचना अग्निशमन विभाग व घायल लोगों को इलाज के लिये भेजने के लिये एंबुलेंस को फोन किया. पर महज करीब तीन सौ मीटर की दूरी पर स्थित अग्निशमन विभाग की गाड़ी को आने में करीब आधे घंटा का समय लगा. जब तक अग्निशमन की गाड़ी घटना स्थल पर पहुंची तब तक आग की किचेन रूम के साथ साथ डाईग हॉल में भी फैल गयी और घर में रखे सामान जल कर राख हो गया. करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.
वहीं करीब 45 मिनट बाद सदर अस्पताल से ऐबुलेंस पहुंची. जिससे घायल लोगों को इलाज के लिये भेजा गया. पर स्थित को नाजुक देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद मां – बेटी को रात में ही डीएमसीएच और फिर डीएमसीएच से पटना रेफर कर दिया गया. जबकि मुरलीधर ठाकुर को रात मे घर भेजा गया.
मंगलवार की सुबह मुरलीधर की हालत खराब होने पर उन्हें भी पटना रेफर कर दिया गया.
आग को बुझाने मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में आस पास के लोगों की भूमिका सराहनीय रही. घटना के बाद से करीब दो बजे रात तक लोगों ने घर के सामानों को बचाने एवं मरीजों को अस्पताल लाने, अस्पताल से डीएमसीएच रेफर करने में पीड़ित परिजनों को सहयोग किया.
जान बचाने के लिए दूसरे तल्ले से नीचे कूदी महिला
अगलगी की घटना के बाद झुलसी शानी ठाकुर आज जिंदगी – मौत से जूझ रही है. पर इनकी हिम्मत की सभी सराहना कर रहे हैं. प्रत्यक्ष दर्शियों व आस पास के लोगो ने कहा है कि जब शानी ठाकुर के कपड़े में आग पकड़ लिया और घर में भी आग की तेज लपटें उठने लगी तो शानी ठाकुर टेरेस पर आकर जान बचाने के लिये दो मंजिला मकान से बगल के एक एसबेस्टस की छत पर कूद गयी. जहां से वह नीचे गिर गयी. जिससे आस पास के लोगों ने उनके कपड़े से आग को बुझाया. इधर अपनी भतीजी को आग से लिपटे देख तीसरे तल्ले से नीचे आये मुरलीठाकुर यह सोचकर अपनी भतीजी को पकड़ने गये कि स्वेता को झड़ने के नीचे ले जायेंगे और पानी से आग को बुझायेंग. पर इस बीच दोनों बुरी तरह झुलस गये.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement