मधुबनी : सिविल सर्जन डाॅ अमरनाथ झा ने मंगलवार को अनुमंडलीय अस्पताल समेत पांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में दस चिकित्सक व 14 कर्मी अनुपस्थित पाये गये. श्री झा ने सभी अनुपस्थित पाये गये चिकित्सकों एवं कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा है. स्पष्टीकरण मिलने तक सभी अनुपस्थित रहे चिकित्सकों एवं कर्मियों के वेतन पर रोक लगा दी है.
लौकहा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ संजय झा की शिकायत दर्जनों ग्रामीणों ने सीएस से की. सिविल सर्जन ने लौकहा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि तत्काल डा. संजय झा के जगह दूसरे चिकित्सा पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करें.
साथ ही रोगी कल्याण समिति से एक लाख रुपये की राशि से आवश्यकतानुसार उपकरण की खरीदारी कर लें. जिला दवा भंडार से जो भी आवश्यकता हो दवा मंगा ले. अंधराठाढ़ी पीएचसी में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के विरोध में कर्मियों द्वारा प्रदर्शन किया गया. जिससे लगभग चार हजार बच्चे व एक हजार गर्भवती महिला का टीकाकरण व प्रसव पूर्व जांच नहीं हो सका है. सीएस ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से मामले को जल्द से जल्द समाप्त करने का निर्देश दिया.
साथ ही टीकाकरण कार्य व प्रसव पूर्व जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया. सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया तथा आउट सोर्सिंग व आशा का भुगतान दुर्गा पूजा से पूर्व करने का निर्देश सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया. सीएस ने झंझारपुर अनुमंडलीय अस्पताल , पीएचसी, पीएचसी लखनौर , पीएचसी अंधराठाढ़ी व एपीएचसी लौकहा का निरीक्षण किया. इन सभी केंद्रो पर कुल 10 चिकित्सक व 14 कर्मी अनुपस्थित पाये गये. सीएस ने इसे गंभीरता से लिया है. सभी से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है तथा वेतन पर रोक लगा दी है.