मधुबनीः स्थानांतरण के बाद भी कई पंचायत रोजगार सेवक अब तक नये रोजगार सेवक को प्रभार नहीं दे सके हैं. इस कारण एक ओर जहां पंचायत में विकास कार्य प्रभावित हो रहा है.
वहीं वित्तीय वर्ष के समाप्ति के समय सीमा नजदीक आते देख पंचायत जनप्रतिनिधियों की बेचैनी भी बढ़ गयी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार रामपट्टी पंचायत के पूर्व रोजगार सेवक का स्थानांतरण विगत अगस्त सितंबर माह में विभाग ने की थी. तत्कालीन रोजगार सेवक कपिल प्रसाद यादव के स्थानांतरण होने के बाद रामपट्टी पंचायत में रमेश कुमार यादव का पदस्थापन हुआ़लेकिन अब तक तत्कालीन पंचायत रोजगार सेवक ने वर्तमान रोजगार सेवक को प्रभार नहीं दिया है.
पंचायत रोजगार सेवक द्वारा पूर्ण रूप से प्रभार नहीं दिये जाने के कारण पंचायत में विकास कार्य प्रभावित हो रहा है़ एक ओर राज्य स्तर एवं जिला प्रशासन द्वारा मनरेगा योजना में तेजी जाने का निर्देश एवं कार्रवाई की चेतावनी जन प्रतिनिधियों को दी जाती है़.
इस मामले को लेकर कई मुखिया पर गाज तक गिर चुकी है़ वहीं दूसरी ओर पंचायत रोजगार सेवक विगत कई माह से नये रोजगार सेवक को प्रभार ही नहीं दे रहे हैं. ऐसे में वित्तीय वर्ष के समाप्ति के समय समीप आते जनप्रतिनिधि बेचैन हैं. एक तो पंचायत में जनता से किया गया विकास का वादा विफल हो रहा है़ वहीं मनरेगा योजना में आशा के अनुरूप उपलब्धि नहीं होने पर विभागीय कार्रवाई की चिंता अलग से है.
क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि
इस बाबत रामपट्टी पंचायत के मुखिया अरुण कुमार चौधरी ने बताया कि मनरेगा योजना के तहत हर पंचायत शौचालय निर्माण में जोर शोर से जुटा हुआ है़ लेकिन पंचायत रोजगार सेवक द्वारा प्रभार नहीं दिये जाने के कारण रामपट्टी पंचायत में शौचालय निर्माण कार्य शुरू तक नहीं हो सका है़.
बोले अधिकारी
इस बाबत निदेशक रंगनाथ चौधरी ने बताया है कि एक सप्ताह के अंदर प्रभार नहीं देने वाले रोजगार सेवक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जायेगी.