-हर आंख में आसू चेहरे पर भय है व्याप्त
मधेपुर : बीरपुर गांव के शिक्षक कैलाश कुमार कौशल की हत्या से जहां बीरपुर सहित आस पास के गांवों के लोग स्तब्ध हैं. वहीं उनके परिवार में मातम छाया हुआ है. मृतक की मां कौशल्या देवी, पत्नी मेनका कुमारी एवं भाभी सुनीता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है. इन महिलाओं के आंख का आंसू सुखने का नाम नहीं ले रहा था. गांव की महिलायें उन्हें ढांढ़स बांधने में लगी हुई थी.
मृतक के पिता अवकाश प्राप्त कर्मचारी सीताराम यादव का तो जैसे आंख का आंसू सुख चुका था. वह अपने पुत्र के खोने के गम में डुबे हुए थे. उनका आक्रोश प्रशासन के विरुद्ध था. मृतक के बड़े भाई मुकेश कुमार पर तो जैसे विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा हो. उनके मुंह से बार बार यही आवाज निकल रही थी कि अब हमारा परिवार सुरक्षित नहीं है. मृतक शिक्षक के तीन वर्षीय पुत्र गौरव अपने आंगन में जुट रही भीड़ को टकटकी निगाह से देख रहा था.
उनकी पांच वर्षीय पुत्री ब्यूटी कुमारी अपनी मां दादी सहित सभी परिजनों को रोते विलखते देख वो भी जोर जोर से सिसक रही थी.
गांव की महिलाएं एवं पुरुष इन लोगों को ढांढ़स बंधाने में जुटे हुए थे तथा अपराधियों के कृत को कोस रहे थे. जो भी हो गांव के लोग अपराधियों के खौफ से सहमे हुए हैं आस पास के गांव के लोगों का मृतक के घर आने जाने का सिलसिला लगाहुआ है.