मधुबनी : जले विद्युत ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत के लिए बिजली विभाग के कार्यालय परिसर में ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग वर्क शॉप खोला गया था. नार्थ बिहार पावर कंपनी द्वारा ट्रांसफॉर्मर मरम्मत को लेकर सभी जिला मुख्यालय में वर्कशॉप तैयार कर काम चालू कराने की व्यवस्था थी, लेकिन विभाग की शिथिलता के कारण अभी तक यहां यह काम […]
मधुबनी : जले विद्युत ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत के लिए बिजली विभाग के कार्यालय परिसर में ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग वर्क शॉप खोला गया था.
नार्थ बिहार पावर कंपनी द्वारा ट्रांसफॉर्मर मरम्मत को लेकर सभी जिला मुख्यालय में वर्कशॉप तैयार कर काम चालू कराने की व्यवस्था थी, लेकिन विभाग की शिथिलता के कारण अभी तक यहां यह काम चालू नहीं हो पाया है. विद्युत पावर सब डिवीजन में बने ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग रूम में अभी तक सिर्फ हिटींग चेंबर क्वाइल बैंडीग मशीन ही लगाया गया है.
ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग के लिए लगभग 100 वस्तु की जरूरत होती है, लेकिन अभी तक सिर्फ डीसी अल्मुनियम वायर, क्राफ्ट पेपर, अल्मुनियम स्ट्रीप ही आया है, बांकि सामान संवेदक की लापरवाही व विभाग की शिथिलता के कारण नहीं आया है.
एक दिन में बनेंगे दो ट्रांसफॉर्मर
कार्य शुरू होने के बाद एक दिन में दो ट्रांसफॉर्मर बनाया जा सकेगा. स्टोर कीपर मनोज कुमार ने बताया कि फिलहाल जले ट्रांसफॉर्मर को मरम्मत कराने के लिए दरभंगा भेजा जाता है.
इस वजह से ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत में काफी विलंब होता है. ट्रांसफॉर्मर मरम्मत की व्यवस्था मधुबनी में हो जाने से काफी
सहूलियत होती है. ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग के कार्य के लिए सहायक अभियंता एवं कनीय अभियंता की प्रतिनियुक्ति की गयी, लेकिन अब तक दोनों पदाधिकारियों ने योगदान नहीं किया हैं.
उच्च क्षमता के ट्रांसफॉर्मर को भी किया जायेगा ठीक
वर्क शॉप चालू होने के बाद यहां पर 100, 63 एवं 200 केवीए के ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत होगी. स्टोर कीपर मनोज कुमार ने बताया कि मशीन चालू कराने के लिए विभाग द्वारा बिजली भी मुहैया करायी गयी है, लेकिन अभियंता के नहीं रहने से कार्य शुरू नहीं हो रहा है.
क्या कहते हैं अधिकारी
पावर कंपनी के सहायक अभियंता गौरव कुमार ने बताया कि दिसंबर माह में यहां पर काम चालू होने की संभावना है. ठंड के महीना में ट्रांसफॉर्मर जलने की शिकायत कम होती है. नये साल से यहां पर पूर्ण रूप से काम होगा.