अंधराठाढ़ी : रेफरल अस्पताल अंधराठाढ़ी रोगी कल्याण समिति के लाखों रुपये की हेरीफेरी का मामला उजागर हुआ है. अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सीके सिंह एवं जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डाॅ एसपी सिंह के संयुक्त जांच से इसका खुलासा हुआ है. बेडसीट की धुलाई, जेनेरेटर मद, रोगी के नाश्ता चाय, भोजन मद में यह गड़बड़ी पायी गयी है.
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रोगी कल्याण समिति मद में लाखों रुपये की हेराफेरी!
अंधराठाढ़ी : रेफरल अस्पताल अंधराठाढ़ी रोगी कल्याण समिति के लाखों रुपये की हेरीफेरी का मामला उजागर हुआ है. अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सीके सिंह एवं जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डाॅ एसपी सिंह के संयुक्त जांच से इसका खुलासा हुआ है. बेडसीट की धुलाई, जेनेरेटर मद, रोगी के नाश्ता चाय, भोजन मद में यह गड़बड़ी पायी […]
विभिन्न मदों में दर्शाया गया अधिक खर्च
रेफरल अस्पताल में रोगी कल्याण समिति के मद में आये राशि में विभिन्न प्रकार की गड़बड़ी बरते जाने का मामला सामने आया है. पुराने भवन के क्षतिग्रस्त होने के बाद से प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में ही रेफरल अस्पताल चल रहा है.
इसमें मात्र 19 बेड ही लगाये गये हैं. जबकि 38 बेड के धुलाई कराने के नाम पर राशि की निकासी की गयी है. वहीं, प्रतिदिन 18 से 20 घंटे तक सरकारी बिजली आपूर्ति होने के बाबजूद जेनेरेटर से भी बिजली आपूर्ति दिखाई गयी है.
जबकि जेनेरेटर का लौग बुक उपलब्ध नहीं कराया गया. रोगी को नाश्ता चाय भोजन मद में भारी मात्रा में हेराफेरी करने का आरोप लगाया गया है. जांच टीम ने किन किन रोगी को भोजन दिया गया बीएचटी मिनू के साथ भुगतान अभिश्रव जमा करने को
कहा है.
इधर, जांच के बाद तथ्य को छिपाने के मद्देनजर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी तरह तरह के हथकंडे अपनाने लगे हैं. गुरुवार को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने अस्पताल में पदस्थापित लेखापाल के खिलाफ रोगी कल्याण समिति की बैठक पंजी चोरी कर लेने के आरोप लगाते हुए स्थानीय थाना में आवेदन दिया है.
लेखापाल का कहना है कि 28 अगस्त 2015 को डीएलवीएमसी की बैठक में भाग लेने के दौरान स्वयं प्रभारी पंजी ले गये थे. थाना पुलिस गुरुवार को गहन पूछताछ की है. बताते चले कि पिछली पंचायत समिति की बैठक में सदस्यों ने रोगी कल्याण समिति मद की राशि की उपयोगिता को लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आड़े हाथों लिया था.
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के द्वारा तीन साल के रोगी कल्याण समिति की आय व्यय की हिसाब देने के बात पर हंगामा शांत हुआ था.
क्या कहते हैं अधिकारी
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सीके सिंह ने बताया कि जांच में कई गड़बड़ी सामने आयी थी. सात बिंदुओं पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ पीएस झा से स्पष्टीकरण मांगा गया है. जवाब आते ही विभागीय कार्रवाई समेत विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी.
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