सदर अस्पताल के इमर्जेंसी में दवाओं का अभाव बाहर से दवा खरीदने को मरीज मजबूर फोटो: 11 परिचय: सदर अस्पलात का कॉमन इंट्रो सदर अस्पताल जिला मुख्यालय का अस्पताल है. जहां 21 पीएचसी से रेफर होकर मरीज आते हैं. पर उन्हें निराशा तब हाथ लगती है जब यहां जरुरी दवा तो दूर की बात है , सामान्य दवाएं भी नहीं मिल पाती हैं. गरीब मरीजों में हाहाकार मचा है. कई बार मरीजों के परिजन अपना गुस्सा इमर्जेंसी में कार्यरत डाक्टरों व नर्सों पर उतारते हैं. दवाओं के अभाव में जहां मरीजों के परिजनों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है वहीं स्वास्थ्य प्रशासन के दावों की पोल खुल रही है.मधुबनी़ सदर अस्पताल के इमर्जेंसी कक्ष में दवाओं के नहीं रहने से मरीजों में हाहाकार मचा है. मरीजों को दी जाने वाली मेट्रान व सिफ्रान भी इमर्जेंसी में नहीं है. मरीज अपना गुस्सा डाॅक्टर पर उतार रहे हैं. बेचारे डाॅक्टर करें तो क्या करें. वे बहस करने से अच्छा चुप रहने में ही अपनी भलाई समझते हैं. हालत इतनी दयनीय है कि आईवी सेट तक इमर्जेंसी में नहीं है. मरीज बाहर से इन दवाओं को खरीदने को मजबूर हैं. बाहर से खरीदते हैं दवायें डायरिया की मरीज त्रिवेणी देवी ने बताया कि वे पिछले तीन दिनों से इमर्जेंसी वार्ड में भर्ती हैं. वहीं रंजीत नामक बालक भी इमर्जेसी में डायरिया के कारण भरती है. ये शहर से सटे मंगरौनी गांव के हैं. दोनों के परिजन शांति देवी सहित अन्य ने बताया कि बाहर से सारी दवाएं खरीदनी पड़ती है. आईवी सेट 80 रुपये में अस्पताल के बाहर खरीदनी पड़ रही है. जबकि सिफ्रान 55 और आरएल 57 रुपये खरीदने को मजबूर हैं. गरीब मरीजों पर आफत आ गई है. एनएस 26 रुपये बिक रहा है. नि:शुल्क दवा का है प्रावधान : सदर अस्पताल के इमर्जेंसी वार्ड में नि:शुल्क दवा मिलने का प्रावधान है. पर दवाओं के अभाव में मरीजों का सदर अस्पताल से मोहभंग हो रहा है. एंटीबायोटिक नहीं रहने से इमर्जेंसी में आये मरीजों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. डायरिया के मरीजों के परिजनों में रोष बढ़ता जा रहा है. क्या कहते हैं अधिकारी . सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा.सुभाष चंद्र राय ने माना कि ये दवाएं इमर्जेंसी में नहीं है. उन्होंने कहा कि दवा की मांग की गई है. डीएस ने बताया कि डाइक्लोफेनिक,राइमेटेडीन व डीएनएस इमर्जेंसी में उपलब्ध है. नहीं है ये दवाएं एन,एसआरएलमेट्रान सिफ्रानआई वी सेट डीपीओ स्थापना से मिला माध्यमिक शिक्षक संघ का शिष्टमंडल पुराने शिक्षकों की तरह मिले हाउस रेंट: बेचन मधुबनी. बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव बेचन झा के नेतृत्व में शिष्टमंडल डीपीओ स्थापना से मिला. बकाये वेतन भुगतान व वेतन निर्धारण को लेकर वार्ता हुई. संघ के सचिव श्री झा ने कहा कि डीपीओ स्थापना ने उन्हें सूचना दी कि बकाये वेतन की छानबीन कर भुगतान का काम प्रशस्त कर देंगे. उन्होंने कहा कि जिनका सेवा पुस्तिका राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान कार्यालय में जमा है, का वेतन निर्धारण का काम प्रगति पर है. सचिव ने नियोजित शिक्षकों से आह्वान किया है कि दिनांक 25.10.2015 तक पदाधिकारी से हस्ताक्षर कराकर डीपीओ स्थापना कार्यालय में जमा कर दें. हाउस रेंट के संबंध में श्री झा ने कहा कि उन्होंने विभाग से मार्गदर्शन मांगा है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि संघ का कहना है कि पुराने शिक्षकों को जिस दर से हाउस रेंट मिलता है उसी दर से नियोजित शिक्षकों को भी मिलना चाहिये. जमा करें अनुपस्थिति विवरणी .संघ के जिला सचिव बेचन झा ने सभी विद्यालयों से कहा है कि वे समय से अनुपस्थिति विवरणी जमा कर दें. उन्होंने विहित प्रपत्र में अनुपस्थिति विवरणी राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के जिला कार्यालय में जमा करने को कहा है. ताकि जुलाई,अगस्त,सितंबर माह का वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जा सके. जमा होगा मास्टर डाटा फार्मबिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला कार्यकारिणी सदस्य शंभू कुमार झा ने वैसे नियोजित शिक्षक जिनको अभी तक वेतन का भुगतान नहीं हुआ है वे मास्टर डाटा फार्म आरएमएसए कार्यालय में जमा करें. उन्होंने कहा कि मास्टर डाटा का इंट्री होना जरूरी है.ये थे शिष्टमंडल में शामिल शिष्टमंडल में बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला सचिव बेचन झा, जिला कार्यकारिणी सदस्य शंभू कुमार झा सहित अन्य उपस्थित थे. बीईओ ने किया औचक निरीक्षण मधुबनी. बीईओ कृष्णदेव ठाकुर ने बीआरसी भवन में चल रहे डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन की संपर्क कक्षा का औचक निरीक्षण किया. बीईओ श्री ठाकुर ने औचक निरीक्षण के बाद बताया कि निरीक्षण के दौरान 15 प्रशिक्षु शिक्षक व शिक्षिकाएं अनुपस्थित मिले. बीईओ ने कहा कि केंद्र समन्वयक भी अनुपस्थित मिले.
BREAKING NEWS
सदर अस्पताल के इमर्जेंसी में दवाओं का अभाव
सदर अस्पताल के इमर्जेंसी में दवाओं का अभाव बाहर से दवा खरीदने को मरीज मजबूर फोटो: 11 परिचय: सदर अस्पलात का कॉमन इंट्रो सदर अस्पताल जिला मुख्यालय का अस्पताल है. जहां 21 पीएचसी से रेफर होकर मरीज आते हैं. पर उन्हें निराशा तब हाथ लगती है जब यहां जरुरी दवा तो दूर की बात है […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement