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छह से शुरू होगा फलक स्कूलों में प्रशिक्षण
मधुबनी : छह जुलाई 2015 से फलक प्रशिक्षण शुरू होगा. इसके अंतर्गत शिक्षकों को अभ्यास पुस्तिका आधारित प्रशिक्षण दिया जायेगा. उक्त बातें बीआरपी शारदा नंद झा ने प्रधानाध्यापकों को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने सभी नामित शिक्षकों की सूची समर्पित करने को कहा. प्रशिक्षण तीन दिवसीय होगा. प्रशिक्षण में सभी नामित शिक्षकों का उपस्थित रहना […]
मधुबनी : छह जुलाई 2015 से फलक प्रशिक्षण शुरू होगा. इसके अंतर्गत शिक्षकों को अभ्यास पुस्तिका आधारित प्रशिक्षण दिया जायेगा. उक्त बातें बीआरपी शारदा नंद झा ने प्रधानाध्यापकों को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने सभी नामित शिक्षकों की सूची समर्पित करने को कहा. प्रशिक्षण तीन दिवसीय होगा. प्रशिक्षण में सभी नामित शिक्षकों का उपस्थित रहना अनिवार्य है.
मॉक ड्रील किस स्कूल में हुआ और किस स्कूल में नहीं हुआ इसकी जानकारी ली जायेगी. सभी प्रधानाध्यापकों को मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा योजना के अंतर्गत कराये जा रहे मॉक ड्रिल से संबंधित फोटोग्राफ देने का भी निर्देश दिया गया. श्री झा ने कहा कि मॉक ड्रिल का आयोजन नहीं कराने वाले स्कूलों की सूची विभाग को भेजी जायेगी.
कुछ स्कूलों में स्कूल डेवलपमेंट ग्रांट और रिपेयर एंड मेंटेनेंस ग्रांट निर्धारित से अधिक राशि चली गयी है. वैसे स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को बीइपी एसएसए के नाम से डीडी बनाकर राशि वापस करने का निर्देश दिया गया. हर हाल में नौ जुलाई 2015 तक उक्त मद की उपयोगिता विहित प्रपत्र में देने का भी प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया गया. पुस्तक वितरण कार्य में भी तेजी लाने को कहा गया जिससे समय से छात्र-छात्राओं को पुस्तक मिल सके.
सभी प्रधानाध्यापकों को नियमित रूप से चाइल्ड पोर्टफोलियो और प्रगति पत्रक भरने को कहा गया.शिक्षक साथी का प्रयोग शिक्षक करें इसे सुनिश्चित करने पर बल दिया गया. आरक्षित श्रेणी के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति उपलब्ध कराने के लिये कल्याण विभाग द्वारा निर्धारित प्रपत्र में अविलंब मांग पत्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
सूचना पट पर करें प्रकाशन
सभी प्रधानाध्यापकों को विद्यालय के सूचना पट व सूचना पुस्तिका पर इस बात को लिखने को कहा गया कि गलत प्रमाण पत्र के आधार पर नियोजित शिक्षक स्वेच्छा से त्याग पत्र दें. कहा गया कि नौ जुलाई 2015 से पहले फर्जी नियुक्ति व नियोजन वाले शिक्षक अगर त्याग पत्र दे देते हैं तो उनके विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं किया जायेगा. पर अगर नौ जुलाई 2015 के बाद शैक्षणिक या प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी पाये जाने पर ऐसे शिक्षकों के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज होगा और वेतन या मानदेय मद में अब तक दी गई सारी राशि की वसूली होगी और उन्हें कहीं भी किसी तरह का रोजगार नहीं मिलेगा.
समय से आयें स्कूल
सभी प्रधानाध्यापकों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि सभी शिक्षक, छात्र-छात्रएं समय से स्कूल आयें. गुणवत्ता शिक्षा देने के लिये सभी शिक्षक शिक्षिका शिक्षक साथी का प्रयोग करें. इसे सुनिश्चित करने पर बल दिया गया.
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