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मॉडल स्कूल में नहीं हैं कई विषयों के शिक्षक
बेनीपट्टी : अनुमंडल मुख्यालय स्थित श्री लीलाधर उच्च विद्यालय के छात्र कभी अपने देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सफलता की परचम लहराते थे. वहीं, आज यहां बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. उच्च से प्लस टू और मॉडल विद्यालय का दर्जा प्राप्त करने के बाद भी यह स्कूल […]
बेनीपट्टी : अनुमंडल मुख्यालय स्थित श्री लीलाधर उच्च विद्यालय के छात्र कभी अपने देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सफलता की परचम लहराते थे. वहीं, आज यहां बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. उच्च से प्लस टू और मॉडल विद्यालय का दर्जा प्राप्त करने के बाद भी यह स्कूल समस्याओं से ग्रस्त है.
यहां प्लस टू में मात्र छह शिक्षक विज्ञान के एक, इतिहास के एक, हिंदी के एक, एनआरबी हिंदी के एक, एनआरबी उर्दू के एक व लेखाशास्त्र के एक शिक्षक पदस्थापित हैं. जबकि अंगरेजी, भौतिक शास्त्र, रसायनशास्त्र, गणित, मैथिली सहित अन्य प्रमुख विषयों के शिक्षकों के पद रिक्त हैं. यूं तो करोड़ों रुपये की लागत से मॉडल स्कूल भवन इसके परिसर में निर्माणाधीन है. इसमें नीचे और ऊपरी मंजिल सहित वर्ग संचालन के लिए 18 कमरे, क्रीड़ा कक्ष एक, लैब-2 और कार्यालय कक्ष का निर्माण कार्य चल रहा है. यह प्लस टू विद्यालय आगे चलकर मॉडल स्कूल में कब मर्ज करेगा यह तो भविष्य की बात है, फिलहाल करीब डेढ़ हजार छात्रों की संख्या वाले इस विद्यालय में वर्ग संचालन के लिए पांच, कार्यालय के लिए एक, शिक्षक सदन एक, लैब के लिए एक और पुस्तकालय के लिए दो यानी कुल 10 कमरे हैं. यह भवन जजर्र व काफी पुरानी है.
माध्यमिक शिक्षा बेपटरी
करीब दो दर्जन के करीब माध्यमिक में शिक्षकों के सृजित पद के विरुद्ध बारह शिक्षक ही यहां कार्यरत हैं. आदेशपाल की कमी है. लिपिक और लाइब्रेरियन का अभाव है. इन पदों की कमी से विद्यालय जूझ रहा है.
संसाधन की कमी
शिक्षकों के अलावे भवन, चहारदीवारी, उपस्कर, फर्नीचर, लैब, शौचालय, चापाकल, क्रीड़ा आदि मूलभूत सुविधाओं की किल्लत यह विद्यालय वर्षो से ङोल रहा है. दो शौचालय स्वच्छता अभियान को मुंह चिढ़ा रहा है. वहीं, एक की स्थिति पूर्णतया खराब है. दो चापाकल ठीक है तो एक खराब पड़ा है. छात्र बल की संख्या के अनुसार शौचालय और चापाकल नाम की सुविधा विद्यालय को नसीब नहीं है. चहारदीवारी नहीं रहने के कारण उक्त विद्यालय व इसका परिसर महफूज नहीं है.
क्या कहते हैं प्रभारी एचएम
विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक भाग्य नारायण झा ने बताया कि जितनी सुविधाएं स्कूल को प्राप्त है. उसके अनुसार विद्यालय संचालित करने में कोई कसर बांकी नहीं रखी जा रही है. समस्याओं को लेकर विभाग को अवगत कराया जाता रहा है. सरकार व विभाग की ओर से प्रदत्त सुविधा और जारी दिशा निर्देश के दायरे में ही विद्यालय का संचालन किया जा रहा है.
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