मधुबनी : विभिन्न विभागों द्वारा राशि की वसूली के लिए दायर निलाम पत्र वादों पर सुनवाई में विलंब हो रही है. समय से निलाम पत्र वाद का निबटारा नहीं होने से कई विभागों के राशि लोगों के जिम्मे फंसी है. निलाम पत्र विभाग द्वारा वारंट जारी होने के बाद भी थाना द्वारा तामिला नहीं किया जा रहा है. जिसके कारण निलाम पत्र वाद से संबंधित सैकड़ों मामलों में जारी वारंट थानों में पड़ा है. लेकिन जिले में स्थित थानों द्वारा कोई कारवाई नहीं हो रही है.
निलाम पत्र विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बैंक एवं विभिन्न विभाग द्वारा दायर निलाम पत्र वाद के सैकड़ों मामले लंबित है. जिसमें विभिन्न विभाग के करोड़ों रुपये की राशि लोगों के पास फंसी हुई है. विभाग द्वारा 724 मामलों में वारंट जारी किया गया. लेकिन सिर्फ 107 मामलों का वर्तमान में निष्पादन हो सका है. वहीं 167 से अधिक मामलों में थाना द्वारा वारंट तामिला में सुस्ती बरती जा रही है. जानकारी के अनुसार 2016-17, 2017-18 एवं 2018-19 वित्तीय वर्ष में 576 मामलों पर वारंट निकाला गया था. वहीं वर्तमान वित्तीय वर्ष 2019-20 में 148 मामलों में वारंट निकाला गया है.
लेकिन वर्तमान में मात्र 107 मामलों का ही निष्पादन हो पाया है. अभी भी 617 मामलों से संबंधित वारंट थानों में पड़ा है. मालूम हो कि सरकार से रुपये प्राप्त करने के बाद ऋणी द्वारा उसे जमा करने में की जा रही देरी को लेकर विभागीय अधिकारियों द्वारा निलाम पत्र वाद दाखिल किया जाता है. अपर समाहर्ता सह निलाम पत्र पदाधिकारी राजेश्वर प्रसाद ने कहा कि विभाग द्वारा थाने को बार बार स्मार पत्र देने के बावजूद वारंट का तामिल नहीं हो रहा है. जिससे मामलों के निबटारा में विलंब हो रहा है.