मधुबनी : जिले के सभी 102 एम्बुलेंस कर्मी अपनी मांग को लेकर शुक्रवार को कार्य बहिष्कार कर अस्पताल परिसर में शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन किया. जिस कारण शुक्रवार को मरीजों को 102 नंबर का एंबुलेंस सुविधा नहीं मिल सका. एंबुलेंस संघ के सदस्य राजीव कुमार झा ने बताया कि ठेका कंपनी पिछले दो साल से कर्मचारियों का शोषण कर रही है.
इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि ठेका कंपनी के कारनामा को अगर कंपनी के कारनामा को लेकर आवाज उठता है तो उसको प्रताड़ित किया जाता है. चालकों ने बताया कि ठेका कंपनी चालकों के साथ अभद्र बर्ताव करता है. चालक संघ के सदस्यों ने 9 सूत्री मांग पत्र भी सिविल सर्जन को दिया.
मांग पत्र. कर्मचारियों से लगातार 12 घंटे तक काम लेता है. श्रम अधिनियम का पालन नहीं करता है. किसी कर्मी को अभी तक आई कार्ड नहीं मिला है.कर्मचारियों को उनके बेतन से अंश दान की कटौती होती है जो पिछले सात माह से नहीं हुआ है. किसी भी एंबुलेंस पर कागज नहीं रहने के कारण आये दिन चालक को काफी परेशानी होती है.102 एंबुलेंस में आधे से ज्यादा गाड़ी खराब रहने के कारण चालक को मरीज को ले जाने में काफी परेसानी का सामना करना पड़ता है. सदर अस्पताल में पिछले एक साल से छह एंबुलेंस खराब पड़ा हुआ है उसको सही कराया जाय. एंबुलेंस चालक को एंबुलेंस के पंचर होने धुलाई कराने सहित अन्य खर्च जो चालक को होता है उसकी राशि नहीं मिलता है. कर्मचारियों की हाजरी पंजी को नियमित नही लिया जता है.
जिस वजह से प्रत्येक माह कर्मचारियों का वेतन काट लिया जाता है. संघ के सदस्यों ने कहा कि राजीव कुमार झा द्वारा मांगों को बार बार उठाने की वजह से उनको निलंबित कर दिया गया. साथ ही बच्चन पासवान,चालक राघवेन्द्र मिश्र को भी अावाज उठाने का खामियाजा उठाना पड़ा और इन दोनों को भी निलंबित कर दिया गया. धरना पर बैठे कर्मचारियों ने कहा कि जब तक मांग पर विचार नहीं किया जायेगा तो आंदोलन जारी रहेगा.