मधुबनीः कृषि योजनाओं के संचालन में शिथिलता बरतने के मामले को जिला कृषि पदाधिकारी ने गंभीरता से लिया है़ उन्होंने बाबूबरही के दो कृषि समन्वयक विद्यासागर सिंह, राज कुमार एवं घोघौर, बरदाही, सर्रा, धमौरा के किसान सलाहकार के मई माह के मानदेय काटने का आदेश दिया है़ जबकि अंधराठाढ़ी के 4 कृषि समन्वयक एवं 6 किसान सलाहकार को छोड़ अन्य सभी का मई माह का मानदेय काटने का निर्देश दिया है़ इन लोगों पर श्री विधि योजना में किसानों के बीच कीट वितरण में शिथिलता बरतने का मामला सामने आया है़
निरीक्षण में खामियां उजागर
एक ओर सरकार व विभाग योजनाओं को समय से पूरा करने के लिये जी जान से जुटा है़ वहीं दूसरी ओर किसान सलाहकार एवं कृषि समन्वयक के लारा व्यापक तौर पर लापरवाही बरती जा रही है़.
जिस कारण ना तो समय पर योजना पूरा हो पाता है और ना ही किसानों को ही समय पर योजनाओं का लाभ मिलपाता है़.बुधवार को जिला कृषि पदाधिकारी के के झा ने बाबूबरही एवं अंधराठाढ़ी में श्रीविधि योजना के तहत कीट वितरण का निरीक्षण किया़ जिसमें विभिन्न पंचायतों के किसान सलाहकार के लारा कीट वितरण में शिथिलता बरतने का मामला सामने आया़ इस मामले को जिला कृषि पदाधिकारी के के झा ने गंभीरता से लिया है़.
जिसके तहत कई कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकारों का एक माह का मानदेय काटने का निर्देश दिया है़ साथ ही तीन दिन के अंदर कीट वितरण का काम समाप्त नहीं करने वाले के नियोजन समाप्त करने की चेतावनी दी है़.
इस बाबत जिला कृषि पदाधिकारी के के झा ने बताया है कि योजना संचालन में लापरवाही बरतने वाले को बख्शा नहीं जायेगा़.