मधुबनीः जिले में नाटक देखने के शौकीनों के लिये खुशखबरी है. लुप्त हो चुकी नाटक की परंपरा एक बार फिर से जिले में दिखाई देगी. पर नाटक नये अंदाज में होगा और इसका थीम भी बदला बदला नजर आयेगा.
इसे साइंस ड्रामा फेस्टिवल के नाम से जाना जायेगा. इस नाटक का मंचन हाई स्कूल के कक्षा 9 और 10 के छात्र छात्रएं करेंगी. स्क्रिप्ट राइटर या डायरेक्टर हाइ स्कूल के शिक्षक शिक्षिकाएं होंगी.
क्या है उद्देश्य
साइंस ड्रामा का उद्देश्य होगा छात्र, छात्राओं, शिक्षक, शिक्षिकाओं को विज्ञान संवाद के प्रति जागरूक बनाना. संभावनाओं की तलाश कर नाटक के माध्यम से विज्ञान शिक्षा को लोकप्रिय बनाकर इसे घर घर तक पहुंचाया जायेगा. यह मनोरंजन के साथ साथ लोगों तक विज्ञान का संदेश भी फैलायेगा. कक्षा 9 और 10 के छात्र छात्र इसमें भाग लेंगे. एक टीम में आठ छात्र छात्रएं होंगे जो विभिन्न भूमिका में नजर आयेंगे. ड्रामा का डाइरेक्टर टीचर होंगे. अंग्रेजी, हिंदी में नाटक का मंचन होगा.
क्या है नियम कानून
नाटक का स्क्रिप्ट सामाजिक वैज्ञानिक मामलों पर आधारित होगा. थीम कैसा हो इस विषय पर हाइ स्कूलों में कार्यशाला आयोजित की जायेगी. हाइ स्कूल स्तर पर नाटक का मंचन होगा. साइंस ड्रामा 30 मिनट का होगा. नाटक के दौरान परिधान, मेकअप, बैक ग्राउंड म्यूजिक, डांस, लाइट आदि की व्यवस्था होगी. वैज्ञानिक संवादों को बीच बीच में प्रसारित किया जायेगा.
क्या कहते हैं अधिकारी
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डीपीओ रामाश्रय प्रसाद ने बताया कि नाटक का चार थीम होगा. जैसे वैज्ञानिकों की जीवनी व उनकी उपलब्धियां, हरे भविष्य के लिये रिसाइक्लिग की जरूरत, भोजन, पोषक तत्व व स्वास्थ्य और वैकल्पिक ऊर्जा. डीपीओ ने बताया कि सहायक साधन सेवियों को साइंस ड्रामा प्रतियोगिता 2014 को सफल बनाने का आदेश जारी कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि जून 2014 में जिले के हाई स्कूलों में साइंस ड्रामा प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी.