मधुबनीः विभिन्न घटनाओं के कारण मधुबनी व झंझारपुर न्यायालय परिसर सुर्खियों में रहा है. परिसर से गुजरने वाली सड़क एवं इसके आसपास अक्सर ऐसी घटनाएं होती रही हैं जो सुरक्षा में व्याप्त खामियों की पोल खोलती है.
न्यायालय परिसर से पिछले साल दो कैदी फरार हो गये. कैदियों के साथ बाहरी लोगों के द्वारा मारपीट, कैदियों के सरेआम यहां के दुकान में ऐश मौज किया जाना जैसे कई अहम मुद्दे हैं जो सवाल बन कर उभरता रहा है. यहां के न्यायालय परिसर में एक आरोपित की हत्या लगभग 10 वर्ष पूर्व हो चुकी है. इसके बाद सतर्कता बरतने का काम किया गया.
लेकिन इसमें व्याप्त खामियां एवं ढीला ढाला रवैया सुरक्षा को लेकर सवाल पैदा करता रहा है. संसाधन की कमी का आलम यह है कि न्यायिक पदाधिकारी सुरक्षा गार्ड के साथ अक्सर पैदल जाते दिख जाते हैं. निरीक्षी अधिकारी के आते ही चकाचक दिखने वाला न्यायालय परिसर अतिक्रमण के कारण बेदम बना हुआ है. अतिक्रमण सुरक्षा के दृष्टिकोण से सबसे अधिक खतरनाक माना जा सकता है. एसपी नवीन चंद्र झा ने बताया कि यहां की सुरक्षा की लगातार मॉनीटरिंग की जाती रही है. यहां सशस्त्र बल तैनात किये गये हैं. वहीं जेल से भी कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की जाती है. इन्होंने बताया कि यहां की स्थिति का नियमित रूप से रिपोर्ट ली जाती है.