हरलाखी : हरलाखी थाना क्षेत्र के विशौल गांव निवासी नंदलाल यादव की 19 वर्षीय पुत्री सुगिया देवी को उसके ससुराल वालों के द्वारा घर में बंद कर जिंदा जलाकर हत्या करने का मामला सामने आया है. मृतका के परिजनों ने ससुराल पक्ष वालों पर नवविवाहिता को प्रताड़ित कर जलाकर मारने का आरोप लगाया है. घटना […]
हरलाखी : हरलाखी थाना क्षेत्र के विशौल गांव निवासी नंदलाल यादव की 19 वर्षीय पुत्री सुगिया देवी को उसके ससुराल वालों के द्वारा घर में बंद कर जिंदा जलाकर हत्या करने का मामला सामने आया है. मृतका के परिजनों ने ससुराल पक्ष वालों पर नवविवाहिता को प्रताड़ित कर जलाकर मारने का आरोप लगाया है. घटना सोमवार सुबह की है. यह घटना मृतका के ससुराल में ही अरेड़ थाना क्षेत्र के चंपा गांव में हुई है. मृतका की मां संतोलिया देवी ने अरेड़ थाना में लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है.
आवेदन के अनुसार मृतका के पति चंपा गांव निवासी रंजीत यादव सहित उसके सास व ससूर के विरुद्ध जलाकर मार डालने का आरोप लगाया है. मृतका के पिता ने बताया कि वह अपने बेटी सुगिया देवी की शादी चंपा गांव के रंजीत यादव से इसी वर्ष बीते अप्रैल माह में ही की थी.
शादी के कुछ ही दिनों बाद से ससुराल वालों ने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. मृतका की मां ने बताया शादी के बाद से मेरी बेटी को उसके पति ने अपने मायके से रुपये व सोने के जेवर लाने का दबाव बनाने लगा. जबकि शादी में पहले ही मुझे पांच लाख रुपये खर्च हो चुके थे. जिसमें ससुराल पक्ष वालों की सारी मांगें पूरी कर दी गयी थीं.
इसके बावजूद वे लोग रुपये व जेवर के लिए मेरी बेटी को तरह तरह के यातनाएं देने लगे. अंततः घटना के पूर्व उसके ससुराल वालों ने मुझे फोन किया कि आपकी बेटी घर से कहीं भाग गई है. लेकिन मेरी बेटी ने किसी तरह अपनी मां को फोन कर बताया कि मां मुझे बचा लो, मेरे पति और सास ससुर ने मुझे घर में बंद कर जला दिया है.
ईलाज के लिए पटना ले जा रहा है. जहां इलाज के दौरान पटना में ही उसकी मौत हो गयी. परिजनों के अनुसार मृतका ने मरने से पहले सारी घटना अस्पताल में ही अपने परिजनों को बताई जिसमें उसने अपने पति व सास ससुर द्वारा जलाकर मारने की बात कही है. इस घटना से मृतका के परिवार सहित पूरे गांव में मातमी माहौल बना हुआ है. आस पास के लोगों द्वारा मृतका के परिजनों को सांत्वना दिया जा रहा है. इस संबंध में अरेड़ थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना को लेकर पीड़ित परिवार के तरफ से दिए गए आवेदन की जांच की जा रही है. जांचोंपरांत कार्रवाई की जायेगी.