झंझारपुर : थाना क्षेत्र के चनौरागोट स्थित राधाकृष्ण मंदिर में महंथ बनाये जाने को लेकर उठे विवाद में ग्रामीणों द्वारा समाजिक स्तर पर एक बैठक की़ बैठक की अध्यक्षता कारी झा ने की. जिसमें ग्रामीणों ने गोविंद दास को असली महंथ बताया गया है़ ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि चंद्रमोहन दास अपने को राधाकृष्ण मंदिर का महंत साबित करने का असफल प्रयास किया जा रहा है़
जिसको ग्रामीण किसी भी सूरत में होने नहीं देंगे. शुक्रवार को आयोजित समाजिक बैठक में कनकपुरा, कोरियापट्टी, चनौरागंज, चोरामहरैल, ताजपुर, मलिछाम, रहिकांन, मझौरा, सिसौना, बरसारा, कर्णपुर सहित प्रखंड के अधिकतर गांव के लोग शामिल हुए़ ग्रामीणों ने बताया है कि बैठक की छायाप्रति की कॉपी धार्मिक न्यास बोर्ड को भी सौंपेंगे.
1955 में धार्मिक न्यास बोर्ड हुआ पंजीकृत . ग्रामीणों का कहना था, कि लगभग दो सौ वर्ष पूर्व से चनौरागोट गांव में राधाकृष्ण की दुर्लभ प्रतिमा स्थापित है़ राधकृष्ण मंदिर स्थित राधाकृष्ण प्रतिमा के पूजा अर्चना के लिए इलाके सहित दूर दराज के लोग भी आते हैं. 1955 ई़ में बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड पटना के द्वारा पंजीकृत किया गया़ इस मंदिर में अभी तक गोविंद को लगाकर 13 महंथ हुए़ सबसे पहले रमानंद दास महंत बने, सभी मंहतों ने अपने चेलों को महंत बनाया़ ये सिलसिला जारी ही था, कि इसी बीच चंद्रमोहन दास ने गोविंद्र दास पर आरोप लगा कर खुद राधा चरण दास के चेले के रूप में सबित करने के लिए न्यास बोर्ड में आवेदन दे दिया़ जबकि गोविंद्र दास 1979 के बाल्यावस्था से ही राधाचरण दास के चेले रहे हैं. जिसका सबूत ग्रामीणों के समक्ष गोविंद्र दास कथित तौर पर प्रस्तुत भी किया है़ 2011 में राधा चरण दास के निधन के बाद महामंडलेश्वर अवध किशोर दास सहित दर्जनों महंत के द्वारा विधिवत मंदिर के रूप में स्थापित कर पंगड़ी भी पहनाई जा चुकी है़
राधाकृष्ण मंदिर के यह रह चुके हैं महंथ
मंदिर के महंत के रूप में रमानंद दास, कृष्ण दास, युगल दास, श्रवण दास, बैष्ण्व दास, भगवान दास, राम दास, बलभद्र दास, अवध बिहारी दास, धनश्याम दास, चक्रधर दास एवं राधा चरण दास राधा कृष्ण मंदिर में सेवा दे चुके हैं. बैठक में फगुनी सदाय, नीलकांत दास, शशि दास, कारी झा, घनानंद झा, रामाकंात मिश्र, सरपंच मो़ सिदीक, राम चौधरी, राज कुमार पासवान, भरत चौधरी, उतिम लाल यादव, बहुरू यादव, हरेराम यादव, गंगा प्रसाद महतो, शिवनारायण यादव, योगी सिंह मौजूद थे़