मधुबनीः मधुबनी गोली कांड की जांच के लिए गठित न्यायिक जांच आयोग ने दूसरे दिन भी सुनवाई की. जस्टिस उदय सिन्हा की अध्यक्षता में गठित न्यायिक आयोग की सुनवाई में शनिवार को दो गवाहों ने अपनी गवाही दी.
आयोग के अध्यक्ष जस्टिस श्री सिन्हा के समक्ष रामपट्टी कारा में पदस्थापित हवलदार कामेश्वर राय ने बताया कि वह उस समय 12 अक्तूबर वर्ष 2012 को नगर थाना में सशस्त्र बल के रूप में पदस्थापित था. उस दिन चार बजे संध्या में जब भीड़ अनियंत्रित हो गई तो तत्कालीन थानाध्यक्ष के निर्देश पर उसने दो राउंड फायरिंग की. इस दौरान फायरिंग में लोग घायल भी हुए के जवाब में उसके गवाही ही कि उस भीड़ में घायल या किसी को गिरते उसने नहीं देखा.
वहीं दूसरे गवाह के रूप में शिव कुमार यादव ने अपनी गवाही दी. श्री यादव से अधिवक्ताओं द्वारा संतोष यादव के संबंध में विस्तृत प्रति प्रश्न किया. पर श्री यादव ने बताया कि हम दोनों भाई अलग दल से जुड़े होने के कारण वैचारिक मत मिलता है इसलिए मुङो उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है. न्यायिक आयोग के गवाही के दौरान आयोग के अधिवक्ता अरुण चोंगदार विनोद जी वर्मा, राज्य सरकार के अधिवक्ता रमाकांत शर्मा, विशेष लोक अभियोजक मिथिलेश कुमार झा, तत्कालीन डीएम आदेश तितरमारे, एसपी सौरभ कुमार एवं एसडीओ अरूण कुमार झा के अधिवक्ता अजीत कुमार सिन्हा ने गवाहों से कई प्रति प्रश्न आयोग के अध्यक्ष के समक्ष किया. सुनवाई के दौरान आयोग के सचिव एसबी वर्मा भी मौजूद थे. श्री वर्मा ने बताया कि संतोष यादव को 9 अप्रैल को पटना में होने वाली सुनवाई के लिए सम्मन भेजा जायेगा.