अभियान. 708 सुपरवाइजरों की टीम करेगी अिभयान की मॉनीटरिंग
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सात लाख बच्चों दी जायेगी खुराक
अभियान. 708 सुपरवाइजरों की टीम करेगी अिभयान की मॉनीटरिंग मधुबनी : पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान कार्यक्रम की शुरुआत सदर अस्पताल में रविवार को जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक द्वारा बच्चों को पोलियो ड्राप्स की खुराक पिलाकर किया गया. इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अभियान को शत प्रतिशत सफल बनाने के लिए पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा […]
मधुबनी : पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान कार्यक्रम की शुरुआत सदर अस्पताल में रविवार को जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक द्वारा बच्चों को पोलियो ड्राप्स की खुराक पिलाकर किया गया. इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अभियान को शत प्रतिशत सफल बनाने के लिए पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि एक भी बच्चा प्रतिरक्षित होने से वंचित नहीं रहे इसका खास ध्यान रखा जाय. जिला स्तरीय पदाधिकारी द्वारा स्वयं मानीटरिंग किया जाय. उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अभियान में लगे टीम को सरकारी नाव का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया. पोलियो टीम को यदि निजी नाव से भी यात्रा करने की आवश्यकता हुई तो सुविधा दी जायेगी.
सात लाख 22 हजार 408 बच्चे होंगे प्रतिरक्षित. पोलियो अभियान के तहत 7 लाख 95 हजार 358 घरों को लक्षित किया गया है. जिसमें 7 लाख 22 हजार 408 बच्चों को पोलियो ड्राप्स देकर प्रतिरक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके लिए हाउस टु हाउस, ट्रांजिट टीम व मोबाइल टीम के लिए 2 हजार 457 टीम का गठन किया गया है. जबकि 14 हजार 614 नवजात को चिह्नित किया गया है.
1957 एच टू एच टीम कार्यरत. पोलियो अभियान को शत प्रतिशत सफल बनाने के लिए 1 हजार 957 घर- घर जाकर पोलियो खुराक पिलाने वाला टीम बनाया गया है. जो घर- घर जाकर 0 से 5 वर्ष के बच्चों को खुराक पिलायेंगे. इसके अलावा 367 ट्रांजिट टीम का गठन किया है जो बस स्टैंड, मुख्य चौक चौराहा, रेलवे स्टेशन आदि स्थानों पर तैनात होंगे और बच्चे को प्रतिरक्षित करेंगे.
115 मोबाइल टीम का भी गठन किया गया है. जो हटिया, ईंट भट्ठा व निर्माण स्थलों पर घुम- घुम कर बच्चों को पोलियो खुराक पिलायेंगे. इसके साथ ही 23 वन मैन टीम को भी जगह- जगह लगाया गया है. टीम के मानीटरिंग के लिए 708 सुपरवाइजरों की नियुक्ति की गई है. जिसके द्वारा सभी टीमों का मॉनीटरिंग की जायेगी. इनका मुख्य कार्य क्षेत्र में पोलियो खुराक की आपूर्ति के साथ ही सघन पर्यवेक्षण करना होगा.
सबसे अधिक बेनीपट्टी व सबसे कम मधुबनी शहरी में. अभियान में सबसे अधिक 155 हाउस टु हाउस टीम बेनीपट्टी में बनाया गया है. जहां सबसे अधिक 65 हजार 733 घरों को लक्षित किया गया है. जहां 49 हजार 414 बच्चों को प्रतिरक्षित करने का लक्ष्य है. जबकि सबसे कम मधुबनी शहरी क्षेत्र 35 हाउस टु हाउस टीम के द्वारा 15 हजार 27 घरों के 10 हजार 988 बच्चों की प्रतिरक्षित करने का लक्ष्य है. सिविल सर्जन डा. अमर नाथ झा, एसीएमओ डा. आरडी चौधरी, डीएस डा. अजय नारायण प्रसाद व अन्य उपस्थित थे.
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. एसपी सिंह, जिला मलेरिया पदाधिकारी डा. सीके सिंह, डा. डीएस मिश्रा, युनिसेफ के एसएमसी प्रमोद कुमार झा, डब्लूएचओ के डा. संवित प्रधान, डीपीएम दयानिधि, डा. निशांत कुमार, डा. विनोद कुमार, अस्पताल प्रबंधक ए मजीद, यूनिसेफ के चंचल कुमार, अनिल कुमार, हरेंद्र कुमार, संगीत कुमार सहित दर्जनों कर्मी उपस्थित रहे.
पुत्र को दवा पिला कर की अभियान की शुरुआत
पल्स पोलियो अभियान के उद्घाटन करने सदर अस्पताल पहुंचे जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने अपने पुत्र अर्णव को सदर अस्पताल में ही पोलियो खुराक पिलायी. सीएस डा. अमरनाथ झा ने कहा कि जिलाधिकारी का यह कार्य इस अभियान की अविस्मरणीय बना दिया. मौके पर यूनिसेफ के एसएमसी प्रमोद कुमार झा ने पोलियो से संबंधित एक पुस्तक भेंट किया. जिलाधिकारी ने कहा कि सभी चिकित्सक अपने समय से अस्पताल पहुंचे. चिकित्सकों की पूरी सुरक्षा की जवाबदेही प्रशासन की है.
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