पंडौल : रमजान के पावन माह में एक पाकिस्तानी युवक के द्वारा मेरे बेटे को मार दिया गया. मेरे बेटे का शव वहां बीते आठ दिनों से पड़ा है. पर उसे लाने की दिशा में कोई पहल नहीं की जा रही. इसका एक ही कारण है कि मैं गरीब हूं. मेरे पास ना तो कोई पैरवी है और ना ही इतना पैसा कि अधिकारियों व मंत्रियों को नजराना दे सकूं.
यदि यही हादसा किसी पैसे वाले के साथ घटा होती तो पूरा सरकार हाय तौबा मचा कर शव को वापस लाने की पहल करती. यह कहना है पुत्र की मौत से नाराज सोहैल के पिता छीतन की. बीते आठ दिनों से अपने बेटे के शव की प्रतीक्षा में ना तो सो सके हैं और ना ही सही से खाना ही हलक के नीचे उतर रहा है. कहते हैं कि जब तक बेटे का शव सुपूर्दे खाक नहीं हो जाता तब तक तो हर सुख चैन, खाना हराम लग रहा है. पर वे विवश हैं कि कुछ भी नहीं कर पाते. कहा कि हर कोई आकर यहां पर आश्वासन ही दे रहा है. कोई भी मेरे बेटे के शव को सउदी से लाने की पहल नहीं कर रहा.
केंद्र सरकार को शव लाने की करनी चाहिए पहल. यह आक्रोश किसी एक के चेहरे पर नहीं है. हर स्थानीय लोगों के चेहरे पर यह आक्रोश है. सकरी पश्चिमी पंचायत के सरपंच मसूद आलम का कहते हैं की भारतीय युवक के साथ अन्याय हुआ है. गरीबी व बेरोजगारी के कारण सोहैल को विदेश जाना पड़ा था रोजगार के लिए. वहां उसकी हत्या हो गयी. शव पड़ा है. पर भारत सरकार शव को लाने की पहल नहीं कर रही. सरकार को चाहिए कि उसके पार्थिव शरीर को अपने वतन में लाए. ताकि उसके परिजनों को उसका अंतिम संस्कार करने का मौका मिले. वहीं सकरी के जदयू कार्यकर्ता शहबाज महमूद मीनू का कहना है कि भारत सरकार को आगे आकर पहल करनी चाहिए, ताकि उसके देश के सपूत मो. सोहैल को अपना देश लाया जाए और सऊदी अरब की सरकार से अपील करे कि पाकिस्तानी वकास अहमद को मौत की सजा मिले़
गांव में पसरा है सन्नाटा . रियाद में घटी घटना के बाद से पूरे सकरी में मातमी सन्नाटा फैला है तो वहीं घटना को लेकर स्थानीय सभी वर्ग के लोगों में हत्यारे युवक व पाकिस्तान को लेकर आक्रोश व्याप्त है. मृतक की पत्नी महजबी खातून अपने दोनों छोटे छोटे बच्चों अयान व रेहान को पकड़ बिलख बिलख कर रोते हुए सब को यही कह रही है की किसी भी तरह मेरे सोहैल को भारत वापस लाओ पर कोई भी इसका जवाब नहीं दे पा रहा है़ सोहैल के पिता मो छितन व भाई मो मोख्तार व अख्तर कहते है भारत सरकार का एक भी अधिकारी हाल जानने भी नहीं आया शव लाने की कौन कहे़ बिहार सरकार व अन्य सभी नेताओं ने आश्वासन ही दिया मगर मैं गरीब हूं इस लिए मेरे बेटे का शव आज भी सउदी के रियाद में पड़ा अपनों की प्रतीक्षा कर रहा है.
सोहैल की हत्या से लोगों के चेहरे पर साफ दिख रहा है आक्रोश