सिंहश्वेर, मधेपुरा : प्रखंड क्षेत्र में दो आंगनबाड़ी सहित दो विद्यालयों का औचक निरीक्षण प्रखंड प्रमुख ने किया . जिसमें विद्यालयों के शिक्षक सहित प्रधानाध्यापकों की मनमानी उभर कर सामने आयी. मध्य विद्यालय सिमराही सुखासन में सबसे पहले प्रखंड प्रमुख चंद्रकला देवी के द्वारा रजिस्टरों की जांच की गयी तो एक दो कक्षा को छोड़ कर किसी भी कक्षा की छात्र छात्राओं की उपस्थिति नहीं बनाई गई थी और बच्चे का नाम तक रजिस्टर पर नहीं लिखा गया था.
वहीं जब मध्याह्न भोजन की पंजी मांगी गयी तो जिला में जमा करने की बात कही गयी, जिससे पता चलता है कि विद्यालय अनियमितता की गंगा बह रही है. विद्यालय के बारे में जब प्रधानाध्यापक गजेंद्र प्रसाद यादव से पुछा गया तो वो किसी भी सवाल का उत्तर देने में असमर्थ दिखे ना ही उन्हें उपस्थिति का ज्ञान था और ना ही उपस्थित बच्चे का. विद्यालय में मनमाने ढंग से मध्याह्न भोजन बनवाया जा रहा था. दूसरी तरफ इसी विद्यालय में चल रहे नवसृजित विद्यालय में जब प्रखंड प्रमुख पहुंची तो मात्र एक शिक्षिका पूजा प्रिया विद्यालय में उपस्थित थी और शिक्षकों के बारे में पूछने पर उन्होंने किसी आकस्मिक कार्य से बाहर जाने की बात कही गयी. विद्यालय में उपस्थित बच्चों की संख्या पुछी गई तो उन्होंने 35 बच्चें होने की बात कही जबकि रजिस्टर पर 44 बच्चें की उपस्थिति बनी हुई थी.
मध्याह्न भोजन में हरी सब्जी थी ही नही. प्रमुख ने आंगनबाड़ी केंद्रों की भी जांच की. सबसे पहले केंद्र संख्या 46 पर गयी. जहां लगभग 12.30 तक बच्चों की उपस्थिति नहीं बनायी गई थी. प्रमुख के सामने ही उपस्थिति बनाने का काम किया जाने लगा और जब उपस्थिति पंजी देखा तो उसमें 28 बच्चों की उपस्थिति बनाई गई थी. जबकि उपस्थित बच्चों की संख्या मात्र 15 ही थी. जब प्रखंड प्रमुख केंद्र संख्या 131 पर पहुंची तो वहां सिर्फ 12 बच्चे थे. सेविका सीमा कुमारी को काफी बुलवाने के बाद आई.