मधेपुरा : मैराथन आमरण अनशन के बाद हुए समझौते क 15 दिन पूरा होने के बाद संयुक्त छात्र संगठन का एक शिष्ट मंडल विवि मुख्यालय पहुंचा. लेकिन मुख्यालय में सभी वरीय पदाधिकारी अनुपस्थित थे. इसके बाद छात्र नेताओं का दल प्रभारी कुलसचिव व कुलानुशासक से मिलने पहुंचा. लेकिन इन दोनों जगहों से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला. विवि प्रशासन के इस रवैये पर छात्र नेताओं ने नाराजगी जतायी.
संयुक्त छात्र संगठन ने एक आपात बैठक कर कहा कि विवि प्रशासन ने अल्टीमेटम का समय पूरा होने के बाद भी अपने वादे को पूरा नहीं किया है. जिला एवं पुलिस प्रशासन ने इस मामले में पहल की थी, विवि के इस रवैये उनकी भी उपेक्षा हुई है. आश्वासन के सात दिन क्या 15 दिन गुजर चुके हैं लेकिन छात्रों का कांफिडेंशियल परीक्षा विभाग द्वारा प्रदान नहीं किया गया है. एआइएसएफ के संयुक्त राज्य सचिव हर्षवर्द्धन सिंह राठौर एवं एनएसयूआइ के राज्य महासचिव मनीष कुमार ने चेतावनी दी है कि अब आरपार की लड़ाई होगी.
संयुक्त छात्र संगठन अब कुलपति हटाओ विवि बचाओ का शंखनाद करेगी. इसकी जवाबदेही विवि प्रशासन की होगी. एएसएफआइ जिलाध्यक्ष मो वसीमुद्दीन, जिला सचिव संतोष कुमार, एसएफआइ जिलाउपाध्यक्ष सारंग तनय, एनएसयूआइ के निशांत कुमार ने कहा कि अल्टीमेटम के बाद भी अपने वादे को पूरा नहीं करना दिखात है कि विवि प्रशासन की कोई गरिमा नहीं रही. छात्र नेताओं ने साफ तौर पर कहा है कि 03 सितंबर से कुलपति हटाओ विवि बचाओ आंदोलन का शंखनाद किया जायेगा. बैठक में संयुक्त छात्र संगठन के सदस्य मौजूद थे.