शाबाश . मधेपुरा में किसी जिप अध्यक्ष के दोबारा जीतने का नहीं है रिकार्ड
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मंजू ने रचा इतिहास, दोबारा बनीं जिप अध्यक्ष
शाबाश . मधेपुरा में किसी जिप अध्यक्ष के दोबारा जीतने का नहीं है रिकार्ड बहुप्रतीक्षित जिप चुनाव में जीत हासिल कर निवर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष मंजू देवी दोबारा मधेपुरा की जिला परिषद अध्यक्ष बन गयी हैं. सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय के सभा कक्ष में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम मो सोहैल की देखरेख […]
बहुप्रतीक्षित जिप चुनाव में जीत हासिल कर निवर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष मंजू देवी दोबारा मधेपुरा की जिला परिषद अध्यक्ष बन गयी हैं. सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय के सभा कक्ष में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम मो सोहैल की देखरेख में हुए रोचक चुनाव में मंजू देवी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी डिंपल देवी को एक मत से पराजित कर दिया.
मधेपुरा : मधेपुरा में जिला परिषद के अध्यक्ष के तौर पर दोबारा निर्वाचित हो कर मंजू देवी ने इतिहास रचा है.
विगत रिकार्ड के अनुसार मधेपुरा में अब तक कोई भी जिप अध्यक्ष एक बार के बाद दुबारा अध्यक्ष पद पर काबिज नहीं हो सके थे. लेकिन मंजू इस मिथक को तोड़ते हुए जिला परिषद अध्यक्ष बन गयी हैं. प्रभात खबर से उन्होंने कहा कि जिले में विकास की प्रक्रिया को जारी रखना ही उनका मकसद है. हर वंचित, शोषित और पीड़ित के लिए वह हमेशा अपनी आवाज बुलंद करती रहेंगी. वहीं उपाध्यक्ष पद पर रघुनंदन दास ने अपने प्रतिद्वंदी अभिलाषा कुमारी को सात मतों से पराजित कर जीत हासिल की.
समाहरणालय सभा कक्ष में सोमवार को सर्व प्रथम सभी 23 जिला परिषद सदस्य को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गयी. तत्पश्चात जिला परिषद अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की प्रक्रिया शुरू की गयी. जिप अध्यक्ष के लिए निवर्तमान अध्यक्ष मंजू देवी तथा ग्वालपाड़ा से जिप सदस्य डिंपल देवी ने अपनी उम्मीदवारी का परचा भरा.
इसके बाद मतदान में मंजू देवी को 12 मत प्राप्त हुए. वहीं डिंपल देवी 11 मत ही हासिल कर सकी. डीएम द्वारा मंजू देवी को जीत का प्रमाण पत्र हस्तगत कराया गया. वहीं जिला परिषद उपाध्यक्ष पद पर रघुनंदन दास ने जीत हासिल की है. रघुनंदन दास को 15 मत प्राप्त हुए. जबकि अभिलाषा कुमारी को मात्र आठ मत ही मिला.
जीत की घोषणा के साथ ही उत्साहित हुए समर्थक
जिप अध्यक्ष के पद पर मंजू देवी की जीत की घोषणा के साथ ही समाहरणालय के चारों ओर जमें समर्थक काफी उत्साहित हो गये. लगातार नारों से माहौल गुंजायमान हो गया. जैसे ही मंजू देवी बाहर आयी वाहनों का काफिला तथा लोगों की भीड़ उनका स्वागत कर रही थी.
समान रूप से विकास का किया वादा
जिप अध्यक्ष मंजू देवी के लिए जीत की राह आसान नहीं रही. लेकिन परिवार के सहयोग तथा पार्षदों को एक जूट रख कर उन्होंने मधेपुरा में एक नया इतिहास रचा है. पहली बार 2006 में मुरलीगंज से जिप सदस्य के रूप में चुनाव जीत कर राजनीति की शुरूआत करने के बाद मंजू देवी ने जिला परिषद के अध्यक्ष का भी चुनाव उसी बार लड़ा. लेकिन वो दो वोट से हार गयी. इसके बाद वर्ष 2011 में सबसे अधिक मत से जिप सदस्य का चुनाव जीतने का रिकाड मंजू देवी के नाम रहा.
हालांकि अध्यक्ष पद पर जीत के लिए उन्हें वर्ष 2014 तक इंतजार करना पड़ा. वर्ष 2014 में तीन वोटों से जीत हासिल कर मंजू देवी पहली बार जिला परिषद अध्यक्ष बनी. वर्ष 2016 में उनका क्षेत्र आरक्षित हो जाने के कारण नये जगह कुमारखंड से जिप सदस्य का चुनाव लड़ना पड़ा. इस चुनाव में भी उन्होंने खासे मतों से जीत हासिल किया.
इसके बाद जिप अध्यक्ष के चुनाव के लिए कैंपेन शुरू हुआ. शुरू में मंजु देवी की राह आसान नहीं दिख रही थी. जिले के एक कद्दावर राजनेता खुलकर उनके खिलाफ मुहिम चला रहे थे. लेकिन मंजू देवी ने भी अपना प्रयास जारी रखा. उनके साथ कंधे से कंधा मिला कर परिवार के लोग तथा जिला परिषद के नव निर्वाचित सदस्य जुटे हुए थे. मंजू देवी के परिवार से उनके पति बिहारीगंज क्षेत्र से जिला परिषद सदस्य प्रकाश नारायण यादव, पुत्र जियोस सदस्य सह वार्ड पार्षद श्वेत कमल उर्फ बौआ जी, पुत्रवधु मुरलीगंज नप अध्यक्ष सर्जना सिद्धी है.
समाहरणालय में संपन्न हुए चुनाव में निकटतम प्रतिद्वंद्वी डिंपल देवी को एक मत से हराया
जिप उपाध्यक्ष के पद पर जीते रघुनंदन दास, प्रतिद्वंद्वी अभिलाषा को सात मतों से हराया
विपरीत परिस्थितियों के बावजूद बनी अध्यक्ष, जारी रखेंगीं विकास की प्रक्रिया
पति हैं जिप सदस्य, पुत्रवधू मुरलीगंज नप की अध्यक्ष व पुत्र हैं जिला योजना समिति के सदस्य
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