मधेपुरा : मिथिलांचल में शादी का अपना एक खास अंदाज होता है. यदि शादी किसी खास मुहूर्त में संपन्न हो जाये तो अति उत्तम होता है. कुछ दशक पूर्व सादगी से संपन्न होने वाले विवाह में लोगों को किसी खास परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता था. लेकिन, वतर्मान में जिस प्रकार बाजार में आधुनिकता और दिखावे ने पांव पसारना प्रारंभ किया है, उससे लोगों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है.
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अब सिंहेश्वरधाम में शादी करने को लेकर लगी होड़
मधेपुरा : मिथिलांचल में शादी का अपना एक खास अंदाज होता है. यदि शादी किसी खास मुहूर्त में संपन्न हो जाये तो अति उत्तम होता है. कुछ दशक पूर्व सादगी से संपन्न होने वाले विवाह में लोगों को किसी खास परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता था. लेकिन, वतर्मान में जिस प्रकार बाजार में आधुनिकता […]
आर्थिक रूप से संपन्न लोग तो अधिक से अधिक पैसा खर्च कर सारी सुविधा मुहैया करा लेते हैं, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के सामने सारी सुविधाएं मुहैया कराने में महीनों लगते हैं. इस वर्ष का अंतिम शुभ लग्न मुर्हूत 22 व 23 अप्रैल है. अंतिम दो दिन रहने के कारण भारी संख्या में शादी संपन्न होना है. अंतिम लग्न को लेकर बाजार में खरीदारों की भीड़ बढ़ती जा रही है. लोग पहले से ही आवश्यक चीजों को जमा करने में लग गये हैं. इस समय होटल से लेकर विवाह भवन, साग-सब्जी, पनीर के अलावे जेवरातों की एडवांस बुकिंग की जा रही है.
धर्मशाला की हो गयी बुकिंग
मिथिलांचल के अलावे पूर्णिया प्रमंडल व नेपाल के लोगों के लिए विवाह का सबसे बड़ा केंद्र सिंहेश्वरधाम रहने के कारण यहां की सभी होटल, विवाह भवन पूर्व से ही बुक करा लिये गये हैं. यहां तक कि मंदिर न्यास समिति के भी सारे धर्मशाला को बुक करा लिया गया है. मंदिर के आसपास बने होटलों में भी 22 व 23 अप्रैल के लिए खाना की बुकिंग करा ली गयी है. मंदिर प्रशासन की मानें तो इन दोनों दिनों में लगभग दो सौ से अधिक जोड़े परिणय सूत्र में बंधेगे. बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन की ओर से खास तैयारी की जा रही है.
मिथिलांचल पंचांग . वर्ष का अंतिम शुभ लग्न मुहूर्त 22 व 23 अप्रैल को
नहीं मिल रही गाड़ियां
लगन में बारात को ले जाने के लिए लग्जरी व वातानुकुलित गाड़ियों की डिमांड बढ़ती जा रही है. इन दिनों गाड़ी की भारी किल्लत होती है. जिसके कारण जिनकी शादी अभी तय हुई है उन्हें गाड़ी परेशानी का सबब बन सकता है. वाहन मालिक अमित कुमार पासवान वोहन साह का कहना है कि उनकी गाड़ी जनवरी में ही 22 व 23 अप्रैल के लिए बुक करा ली गयी थी.
आभूषण दुकानों पर भीड़
मिथिलांचल की शादी में स्वर्ण आभूषणों का विशेष महत्व है. अंतिम लगन होने के कारण इन दिनों आभूषणों की दुकानों पर खरीददारों की भारी भीड़ देखी जा रही है. स्वर्ण व्यवसायियों की मानें तो विवाह के इस मौसम में सबसे अधिक ढ़ोलना, मंगलसूत्र और पायल की मांग सबसे अधिक है साथ ही डिजाइनर गहनों की मांग भी बढ़ रही है.
जड़ी वाली साड़ी की डिमांड हुई तेज
शादी के अवसर पर दुल्हन सजने के लिए जड़ी वाली साड़ी की डिमांड कर रही है. दुकानों में जड़ी वाले साड़ी की सारी रैंज उपलब्ध है. जड़ी वाली साड़ी के अलावे लंहगा,चुनरी और बनारसी साड़ी की भी मांग बढ़ गयी है. साथ ही दुल्हे के लिए सुट व शेरवानी की लेटेस्ट डिजाइन उपलब्ध है.
कहते हैं पंडित
बाबा मंदिर के पुजारी संजीव ठाकुर उर्फ मुन्ना व कन्हैया ठाकुर का कहना है कि 22 व 23 अप्रैल को मिथिलांचल का अंतिम लग्न रहने के कारण इस दिन ब्याह रचाने की होड़ लगी रहती है.
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