मधेपुरा : अचानक शराब छोड़ने से होने वाले प्रतिकूल असर से निबटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है. सदर अस्पताल परिसर में खोले गये नशा विमुक्ति केंद्र में इस बाबत कई महत्वपूर्ण व्यवस्था की गयी है. केंद्र के काउंसलर सुधा संध्या और विवेक कुमार अब तक शराब छोड़ चुके आठ व्यक्तियों को मानसिक रूप में से शराब से तौबा करने के लिए तैयार कर चुके है. वातानुकूलित नशा मुक्ति केंद्र में करीब 44 प्रकार की अतिआवश्यक दवाएं उपलब्ध है.
सदर अस्पताल के प्रबंधक संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि अभी तक नशा मुक्ति केंद्र में एक भी रोगियों को एडमिट नहीं किया गया है. शराब छोड़ने के बाद होने वाली परेशानी से जूझता हुआ एक भी मरीज सदर अस्पताल नहीं पहुंचा है. लेकिन ऐसी किसी भी परिस्थिति के लिए नशा मुक्ति केंद्र तैयार है. मरीजों को यहां सरकारी स्तर पर बिना किसी खर्च के समुचित इलाज मुहैया करवाया जायेगा.