मधेपुरा : मैट्रिक की परीक्षा देना एक विवाहिता को महंगा पड़ गया है. ससुरालवालों ने सोमवार को उसे घर से निकाल दिया. लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी. परीक्षा देने के लिए वह संकल्पित है. यह वाकया हरिहर साह कॉलेज, उदाकिशुनगंज में परीक्षा दे रही छात्रा बीना कुमारी के साथ हुआ है.
बीना बिहारीगंज प्रखंड के हथियौंदा के परिकिया टोला स्थित अपनी ससुराल में रहती है. उसका पति मुकेश साह पंजाब में काम करता है. पढ़ने की ललक में बीना ने मैट्रिक परीक्षा देने की ठानी, तो घरवालों ने विरोध किया. खासकर बीना के भैसुर जुगेश साह उसे पढ़ाई नहीं कर घर का काम करने और गाय को घास-भूसा करने का दबाव देने लगा. लेकिन, बीना ने किसी की एक न सुनी.
वह परीक्षा देने उदाकिशुनगंज स्थित परीक्षा केंद्र हरिहर साह कॉलेज आ गयी. परीक्षा देने के बाद जब बीना घर लौटी, तो घरवालाें ने बीना से परीक्षा में पूछे गये प्रश्नों का जबाव मांगने लगे. बीना कुछ प्रश्नों का जबाव दे पायी. बीना के भैसुर ने गुस्से में आकर बीना को एक नन्हें मासूम बच्चे के साथ घर से निकाल दिया. बीना ने बिहारीगंज रेलवे स्टेश्न पर भूखे-प्यासे रात बितायी. सुबह होने पर फिर से परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने पहुंच गयी.
लेकिन उसकी हालत बिगड़ चुकी थी. वीक्षक के पूछने पर बीना ने सारी हालात बयां किये, तो वीक्षक ने तरस खा कर तुरंत बीना के खाने का इंतजाम किया. इसके बाद केंद्र पर तैनात पुरैनी सीडीपीओ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला हेल्पलाइन को सूचना दी.
बीना को परीक्षा केंद्र पर ही रहने को कहा गया है. बीना ने स्पष्ट लहजे में अपने भैसुर पर आरोप लगाते हुए कहा कि परीक्षा देना मेरे लिए मंहगा साबित हो गया है. अब इन मासूम बच्चे को लेकर कहां जाऊं. बीना परीक्षा देने को संकल्पित है.