उदाकिशुनगंज : आदर्श आचार संहिता लागू होने साथ ही पंचायत चुनाव को लेकर अभ्यर्थियों की नींद उड़ने लगी है. जबकि इस बार के पंचायत चुनाव में सरकार द्वारा आरक्षण रोस्टर नये सिरे से लागू होने के बाद वर्तमान मुखिया, जिला परिषद, पंचायत समिति सदस्य एवं सरपंच पद के उम्मीदवारों की नींद उड़ने लगी है. चूंकि इस बार के चुनाव से वे वंचित हो गये हैं. चुनाव लड़ने से प्रखंड क्षेत्र के दिग्गज अन्य सामान्य पंचायतों में अपनी उम्मीदवारी तलासने में लग गये है.
प्रत्याशियों का जन संपर्क अभियान भी प्रारंभ हो चुका है. चौदह पंचायत वाले उदाकिशुनगंज प्रखंड क्षेत्र में सोलह मुखिया व सरपंच पद हो जबकि पंसस के लिए 22 पद है. लेकिन मुखिया सीट आरक्षण की श्रेणी में जाने से वर्तमान मुखिया के होस उड़ने लगे है. वे पंसस पद के लिए अपना दावा नहीं करते नजर आ रहे है.
चूंकि इस प्रखंड के प्रमुख पद भी आरक्षण रोस्टर के तहत हरिजन की श्रेणी में जा चुका है. सरपंच पद के लिए कोई खास उत्साह नहीं देखा जा रहा है. इस कारण आरक्षण की श्रेणी वाले मुखिया पद के उम्मीदवार अपने चहेते लोगों की मैदान में उतारने की पुरजोड़ कोशिश में लगे हैं. उदाकिशुनगंज प्रखंड के मंजौरा लक्ष्मीपुर एवं रामपुर खोड़ा सामान्य से हरिजन की क्षेणी में मुखिया पद चले जाने से इन पंचायत के दिग्गज मुखिया अब उदाकिशुनगंज पंचायत में अपना-अपना जमीन तालाश रहे हैं.