मधेपुरा : जिला मुख्यालय के प्लस टू विद्यालयों में कंप्यूटर की शिक्षा के लिए कंप्यूटर लैब बनाये गये. इनमें कंप्यूटर भी लगाये गये. दुखद है कि किसी भी स्कूल में कंप्यूटर लैब की स्थिति ठीक नहीं है. इन लैब में ताला लगा है. अधिकतर जगहों पर तो कंप्यूटर की पैकिंग भी नहीं खोली गयी है.
रखे-रखे ही करोड़ों के कंप्यूटर सड़ कर बरबाद होने के कगार पर हैं. अब अगर खोल कर इन्हें चलाने की कोशिश भी की जाती है, तो इस पर करोड़ों का खर्च आयेगा. क्योंकि वर्षों पहले लगाये गये के कंप्यूटर अब बगैर पैकिंग खोले ही पुराने वर्जन के हो गये हैं. जहां कंप्यूटर शिक्षा में विंडो 8 और नयी तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है,
इन कंप्यूटर में मौजूद पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम नयी तकनीक का मुकाबला करने में सक्षम नहीं होंगे. इन कंप्यूटर के हार्डवेयर और साफ्टवेयर दोनों को अपडेट करना होगा. यह हाल पूरे जिले का है. प्रभात खबर में जिला मुख्यालय स्थित चार उच्च विद्यालयों का सर्वे कर जिले में कंप्यूटर शिक्षा की पड़ताल की.