चौसा : मधेपुरा जिले को भागलपुर जिले से जोड़ने वाली राजकीय पथ का निर्माण चुनाव से पूर्व ही होना था, लेकिन अब तक इस पथ का निर्माण कार्य अधूरा है. इस सड़क की स्थिति ऐसी हो गयी है कि हमेशा दुर्घटना को निमंत्रण देती है. जिससे राहगीर सहित आम लोग परेशान हैं.
बाबा विशु राउत सेतु के उद्घाटन 10 महीने बीतने के बाद भी सड़क चलने योग्य नहीं बनी है. इस सड़क पर अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी हैं. एक के बाद एक हो रही मौत केबावजूद भी पथ निर्माण विभाग उदासीन बनी हुई है. हमेशा होता है बड़े वाहनों का आवागमन ग्रामीण उपेंद्र यादव, रवि कुमार, भूपेंद्र यादव, युदिष्ठर कुमार सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि सड़क से दस से बीस चक्का वाले ट्रकों का आवाजाही निरंतर जारी है
सड़क संर्कीण होने के कारण यह हादसा होते रहता है़ साथ सड़क को बढाने के लिए विभाग के द्वारा बगल से मिटटी देने के कारण और अधिक परेशानी बढ गयी है़ यह सड़क ऐसी है कि सिर्फ छोटे गाड़ी ही परिचालन कर सकते है़ विगत एक वर्ष से इस सड़क की न तो जिणार्ेद्घार हुआ है और न ही सड़क का चौड़ीकरण कार्य किया गया है़
सड़क की स्थिति दिन ब दिन बद से बदतर होती जा रही है़ साथ ही सड़क पर गिटटी – बालू अलग होकर जर्जर हो गयी है़ चौसा बस पड़ाव से भटगामा जीरो माइल जाने में इन सड़कों पर लोगों को चलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है़ मौत का सफर बन गयी है यह सड़क इस सड़क पर घोषई गोठ बस्ती में एक साइकिल सवार का वाहन से कुचल कर दर्दनाक मौत हो गया था.
वही केलावाड़ी के पास बीते दीपावली के दिन एक बाइक सवार दो युवक की ट्रक हादसे में मौत हो गई़ थी इतना हीं नहीं भटगामा जीरो माईल में एक वृद्व पुरूष को ट्रक के चपेट में आ जाने से उनकी मौत हो गयी़ इसके अलावे भी कई सड़क दुर्घटना होने के बाद भी विभाग सुस्त पड़ा हुआ है़
हालांकि कि एक बाईक सवार दो चचरे भाई युवक के मौत के बाद इस मामले पर ग्रामीण काफी आक्रोश में आकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की़ इस समस्या को लेकर ग्रामीणो ने इस सड़क को चौड़ी करण होने तक बडे वाहनो का परिचालन में विभागीय अधिकारियों मांग करते हुए बता रहे थे़ सड़क हादसे की रोक थाम के लिये सवारी गाड़ी को छोड़ ट्रक का परिचालन पूरी तरह से नो इंट्री होना जरूरी है़