सड़क मार्ग पर सख्ती, रेल मार्ग पर नहीं है नजर
अवैध राशि ले जानेवालों के लिए बेहतर साधन बन चुकी है रेल
मधेपुरा : आसन्न विधानसभा चुनाव को लेकर वाहनों की सख्ती से जांच की जा रही है. चुनाव के दौरान पैसे के खेल पर अंकुश लगाने के लिए जिले की सड़कों पर पारा मिलिट्री फोर्स की सख्त निगाहें हैं.
लेकिन रेल मार्ग पर किसी प्रकार की निगरानी नहीं है. यह अवैध राशि की बड़ी खेप लाने व ले जाने का सुरक्षित और आसान रास्ता बन सकता है. जिले में इन दिनों चुनाव पूर्व निगरानी को लेकर जिला प्रशासन ने विभिन्न थाना क्षेत्रों के सभी मार्गों पर अर्धसैनिक बलों को तैनात कर सूक्ष्मता से निगरानी में जुटी हुई है.
निगरानी के दौरान दो पहिया वाहन से लेकर चार पहिया वाहनों की जांच की जाती है. जांच के दौरान 50 हजार से अधिक राशि मिलने पर वाहन के साथ नगद राशि भी जब्त कर ली जाती है. इससे आम लोगों के साथ-साथ व्यापारियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि इतनी सख्ती बरतने के बावजूद प्रशासन को कोई बड़ी सफलता अब तक हाथ नहीं लगी है.
रेल से रुपये की खेप ले जाना सेफ. जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र से रेल गुजरती है. मधेपुरा स्टेशन को छोड़ कर किसी भी स्टेशन को रेलवे सुरक्षा बल का आउट पोस्ट नहीं बनाया गया है.
लेकिन सभी हॉल्ट व स्टेशन पर ट्रेन रुकती है और यात्री बेरोक टोक अपने गंतव्य की ओर रवाना होते हैं. जिले सबसे बड़े बाजार के रूप में शुमार मुरलीगंज स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल का आउट पोस्ट नहीं है. सहरसा के बाद सीधे बनमनखी में रेल थाना अवस्थित है. यह परिस्थितियां रेल मार्ग से रुपया लाने व ले जाने के लिए अनुकूल है.
रात को गुजरती हैं अधिकतर ट्रेनें.
गौरतलब है कि जिले क्षेत्र के स्टेशनों से अधिकतर ट्रेन रात को गुजरती हैं. जबकि रात के समय में किसी प्रकार के बैग अथवा सूटकेस की जांच नहीं की जाती है. ऐसे में चुनाव में नोट का उपयोग करनेवालों के िलए मधेपुरा स्टेशन आवागमन का सुरक्षित साधन साबित हो सकता है.