बच्चे स्कूल से लौट जाते है. वहीं उन्होंने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष पूरण कुमार व महा सचिव केशव कुमार ने 13 अप्रैल को शिक्षा मंत्री को लिखित आवेदन दिया है कि अगर सरकार वार्ता को तैयार है तो शिक्षक आपके दरवाजे पर खड़े है. दरवाजा खोलिये और वार्ता कीजिए. नहीं तो शिक्षा विभाग के कार्यालय को बाधित करना व शैक्षणिक कार्य का बहिष्कार चलता रहेगा.
वहीं रणधीर ने कहा कि इसका असर मधेपुरा, चौसा, शंकरपुर, पुरैनी, आलमनगर, चौसा, किशुनगंज, बिहारीगंज, मुरलीगंज, कुमारखंड सहित आदि प्रखंडों में है. साथ ही उपस्थित शिक्षकों ने कहा कि जब तक समान काम के बदले राज्य सरकार वेतनमान की घोषणा नहीं करती है. तब तक विद्यालय बंद कर पठन -पाठन बाधित रहेगा. तालाबंदी कार्यक्रम में सचिव हरेराम कुमार, ऋषिकेश कुमार, पंकज ऋषिदेव, आलोक, अनिल उर्फ ललटू, संतोष कुमार, विजय, अखिलेश कुमार, प्रदीप कुमार, जितेंद्र, प्रिय रंजन उपस्थित थे.