मुरलीगंज : प्रखंड मुख्यालय में लगभग 16 करोड़ रुपये की राशि से निर्माणाधीन अंचल सह प्रशासनिक भवन का शनिवार को भवन निर्माण मंत्री महेश्वरी हजारी ने जायजा लिया. इस दौरान निर्माण कार्य में अनियमितता देख अधिकारियों की क्लास लगा दी.
भवन निर्माण कार्य में अनियमितता की शिकायत मिलने के बाद निरीक्षण में पहुंचे मंत्री ने बताया कि कार्य स्थल पर निर्माण संबंधी प्राक्कलन का बोर्ड भी नहीं लगा हुआ है. मंत्री ने कहा कि दीवार व छत देख कर ही अनियमितता देखने को मिल रही है. मंत्री ने निरीक्षण के क्रम में भवन के अंदर की स्थिति देखे तो दंग रह गये.
उन्होंने लिंटर के बीम का छड़ पारदर्शी रहने पर जिम्मेदार लोगों को फटकार लगायी. मंत्री के साथ उड़नदस्ता में शामिल पटना, सहरसा व मधेपुरा के कार्यपालक अभियंता भी पेशोपेश में पड़ गये.
सरकारी राशि का दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं:
मंत्री ने कहा कि इस तरह सरकार के पैसे का दुरुपयोग हम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाने का निर्देश दिया. मौके पर मौजूद इंजीनियरों से कई तरह के सवाल जवाब किये. उन्होंने कहा कि जो सरिया लगाया जा रहा है वह घटिया क्वालिटी की है. साथ में घटिया सीमेंट का प्रयोग किया जा रहा है.
उड़न दस्ता टीम को उन्होंने दिखाया कि जो कंक्रीट का प्रयोग हो रहा था वह भी घटिया किस्म का था. उसे भी अपने साथ सैंपल में जांच के लिए ले गए और पदाधिकारियों को कहा कि अनियमितता बरती जा रही है. इस मौके पर कार्यपालक अभियंता मनोज कुमार, सहायक अभियंता मधुसूदन कुमार, पटना जोन के कार्यपालक अभियंता गुंजन कुमार ने भी उड़न दस्ता टीम के साथ निर्माण संबंधी कार्यों का अवलोकन किया.
बनेगी उच्च स्तरीय जांच टीम
निर्माण संबंधी अनियमितता पर मंत्री महेश्वरी हजारी ने कहा कि संयोग से इस रास्ते से गुजर रहे थे. उड़न दस्ता टीम साथ में थी तो निर्माण कार्य का औचक निरीक्षण कर लिया गया. उन्होंने कहा कि निर्माण गुणवत्तापूर्ण नहीं चल रहा है. हम इसकी उच्च स्तरीय जांच करवायेंगे. जिस तरह सरकार के पैसे का यह लोग दुरुपयोग कर रहे हैं बरर्दाश्त करने के लायक नहीं है. उच्चस्तरीय जांच के बाद दोषी संवेदक को दंडित कर ब्लेक लिस्टेड किया जायेगा.