खुशखबरी. राज्य सरकार से प्रस्ताव को मिली हरी झंडी, छात्र-छात्राओं में हर्ष
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बीएनएमयू में होगी पीजी संगीत की पढ़ाई
खुशखबरी. राज्य सरकार से प्रस्ताव को मिली हरी झंडी, छात्र-छात्राओं में हर्ष मधेपुरा : भूपेंद्र नारायण मंडल में सुख चुकी संगीत की धारा को जीवंत करने का प्रयास शुरू कर दिया गया है. संगीत की विद्या में विद्ववता हासिल कर राज्य व देश स्तर पर अपनी कला का लोहा मनवा चुके कोसी व मिथिलांचल के […]
मधेपुरा : भूपेंद्र नारायण मंडल में सुख चुकी संगीत की धारा को जीवंत करने का प्रयास शुरू कर दिया गया है. संगीत की विद्या में विद्ववता हासिल कर राज्य व देश स्तर पर अपनी कला का लोहा मनवा चुके कोसी व मिथिलांचल के संगीतप्रिय छात्र-छात्राओं के लिए बड़ी खुशखबरी है. अब उन्हें स्नातक के बाद पीजी की डिग्री के लिए दूसरे विश्वविद्यालय का रूख नहीं करना पड़ेगा. बीएनएमयू में पीजी की म्यूजिक विभाग खोलने की कवायद शुरू कर दी गयी है.
संभवत इस सत्र से नहीं तो अगले सत्र से बीएनएमयू में म्यूजिक विभाग की पढ़ाई शुरू हो जायेगी. प्रभात खबर से खास बातचीत में बीएनएमयू के नवपदस्थापित कुलपति प्रो डा अवध किशोर राय ने कहा कि विवि में मृतप्राय संगीत को जिंदा करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है. कोसी व मिथिलांचल के छात्र उर्जावान है उनमें काफी क्षमता है. यहां के छात्र हर विद्या में महारथ हासिल कर रहे है. खासकर सांस्कृतिक गतिविधियों में इनकी काफी रूची देखी जा रही है. विवि में सांस्कृतिक गतिविधियों को तेज करन के लिए सांस्कृतिक कैलेंडर जारी किया जा रहा है. छात्र-छात्राओं के सबसे सुखद समाचार यह है कि विवि म्यूजिक विभाग खोलने का प्रस्ताव तैयार कर अनुमोदन के लिए जल्द ही राज्य सरकार को भेजेगी ताकि म्यूजिक के छात्र-छात्राओं को पीजी करने के लिए अन्यत्र ना भटकना पड़े.
कुलपति के प्रयास से छात्रों में जगी उम्मीद की आस. ज्ञात हो कि बीएनएमयू में अब तक म्यूजिक की पढ़ाई स्नातक स्तर तक हो रही थी. कुलपति के इस प्रयास से म्यूजिक के छात्र-छात्राओं में उम्मीद की आस जगी है और उनके चेहरे खुशी से खिल उठे है. विवि में छात्र-छात्राओं को पंडित विद्यापति व लक्ष्मीनाथ गोसाई की रचना के साथ कोसी व मिथिलांचल की पारंपरिक लोक गीत व शास्त्रीय संगीत में विद्ववता हासिल करने का मौका मिलेगा. साथ ही साथ जब विवि में म्यूजिक की पढ़ाई शुरू होगी तब मिथिलांचल व कोसी की सुरीली आवाज से विवि परिसर गुंजायमान होगा.
पद स्वीकृत कर वाद्य यंत्र खरीद के लिए राशि देगी सरकार. विवि में पीजी म्यूजिक विभाग खोलने के लिए बीएनएमयू प्रशासन द्वारा राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजी जा रही है. प्रस्ताव को हरी झंडी मिलने के बाद राज्य सरकार बीएनएमयू में म्यूजिक की पढ़ाई शुरू करने के लिए शिक्षक के चार व शिक्षकेतर कर्मियों के छह पद सृजित करेगी. वहीं आवश्यक संसाधनों के साथ-साथ वाद यंत्र खरीद के लिए राज्य सरकार विवि को राशि मुहैया करायेगी. इससे पहले विवि को नवसंबंद्धन समिति एवं सीनेट व सिंडिकेट से प्रस्ताव को पास कराना होगा.
प्रभात खबर से खास बातचीत में बीएनएमयू के नवपदस्थापित कुलपति प्रो डा अवध किशोर राय ने कहा कि विवि में मृतप्राय संगीत को किया जायेगा जिंदा
कुलपति ने कहा म्यूजिक विभाग खोलने का प्रस्ताव तैयार कर विवि अनुमोदन के लिए जल्द ही राज्य सरकार को भेजेगी, ताकि म्यूजिक के छात्र-छात्राओं को पीजी करने के लिए अन्यत्र न भटकना पड़े
गायन वादन व नृत्य में महारथ हासिल करेंगे छात्र व छात्राएं
संगीत विषय में डिग्री के बाद आगे की पढ़ाई करने के लिए अब तक छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जबकि डिग्री स्तर पर म्यूजिक के छात्र-छात्राओं ने राज्य व राष्ट्र स्तर पर बीएनएमयू के लिए कई पुरस्कार हासिल कर परचम लहराया है. रमेश झा महिला कॉलेज सहरसा के संगीत शिक्षक डा गिरधर श्रीवास्तव ने बताया कि विवि स्थापना काल के शुरुआती दौर में गायन वादन व नृत्य में पीजी की पढ़ाई तीन सत्रों में शुरू हुई थी. नवपदस्थापित कुलपति के पुन: पीजी की पढ़ाई शुरू करने की पहले से विवि के छात्र गायन वादन व नृत्य में महारथ हासिल करेंगे. उन्होंने बताया कि पूर्व में सिलेबस तैयार कर एकेडमिक में रखा भी गया लेकिन बात उससे आगे नहीं बढ़ सका था.
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