लखीसराय : मैट्रिक परीक्षा के दौरान दूसरे के बदले परीक्षा देने का कार्य वर्षों से चला आ रहा है. जिस पर अंकुश लगाना जिला प्रशासन के लिए भी एक चुनौती है. मैट्रिक परीक्षा 2017 चल रही है. चार दिन चले परीक्षा के दौरान अब तक जिला प्रशासन की सक्रियता से आठ फर्जी परीक्षार्थी पकड़े जा चुके हैं. ऐसे मामलों मे बोर्ड द्वारा भी त्वरित कार्रवाई न किये जाने से भी फर्जी परीक्षार्थी का मनोबल बढ़ता है. मैट्रिक परीक्षा 2015 में जिले के सूर्यगढ़ा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत अवगिल रामपुर ग्राम की एक छात्रा अलग-अलग नामों से
दो विद्यालयों से फॉर्म भर कर परीक्षा में शामिल हुई. एक ही वर्ष 2015 में गुड़िया कुमारी नाम से प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय सूर्यगढ़ा व वनीता कुमारी के नाम से उच्च विद्यालय अमरपुर से मैट्रिक परीक्षा में शामिल हुईं. दोनों में माता-पिता का नाम समान है. जिसे शिक्षण संस्थानों से भी उपलब्ध कागजातों में देखा जा सकता है. इसकी शिकायत बोर्ड तक पहुंचाने के बावजूद मामला लंबित है. इस संबंध में शिक्षा विभाग के डीपीओ माध्यमिक शिक्षा नरेंद्र कुमार ने भी एक जगह फर्जी परीक्षार्थी बैठने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि मामले की जांच के उपरांत ही कुछ कहा जा सकता है.