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अस्पताल में दवा की किल्लत, मरीज परेशान

ओआरएस का पाउडर भी नहीं है सदर अस्पताल में यहां भरती मरीजों को बाहर से खरीदनी पड़ती है अधिकांश दवा लखीसराय : भीषण गरमी के फलस्वरूप डायरिया, कै, दस्त के रोगी शिकार होकर प्राथमिक उपचार के लिये सरकारी व गैर सरकारी अस्पताल पहुंच रहे हैं. वहीं सदर अस्पताल में इस मौसम में ओआरएस का पाउडर […]

ओआरएस का पाउडर भी नहीं है सदर अस्पताल में

यहां भरती मरीजों को बाहर से खरीदनी पड़ती है अधिकांश दवा
लखीसराय : भीषण गरमी के फलस्वरूप डायरिया, कै, दस्त के रोगी शिकार होकर प्राथमिक उपचार के लिये सरकारी व गैर सरकारी अस्पताल पहुंच रहे हैं. वहीं सदर अस्पताल में इस मौसम में ओआरएस का पाउडर उपलब्ध नहीं है. जिससे रोगियों के परिजनों को बाजार से ओआरएस खरीदना पड़ रहा है.
सौ शय्या वाले सदर अस्पताल में सारी सुविधा होने के बदले चिकित्सक, दवा व कर्मी के अभाव में रोगियों को विभिन्न समस्या से जूझना पड़ रहा है. सदर अस्पताल में 37 सृजित चिकित्सक पद के विरुद्ध मात्र सात पद पर चिकित्सक कार्य कर रहे हैं. वहीं ओपीडी में 33 प्रकार की दवाइयां के जगह मात्र 15 प्रकार की ही दवाइयां उपलब्ध हैं.
इमरजेंसी में स्लाइन तो है लेकिन स्लाइन सेट नहीं, सूई तो है लेकिन पानी नहीं. यह हाल जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल का है. इससे सहज ही अंदाज लगाया जा सकता है कि जिले के प्राथमिक व उप केंद्र में क्या व्यवस्था होगी. ऊपर से भीषण गरमी में डायरिया के मरीज की संख्या दिन प्रतिदिन सदर अस्पताल में बढ़ती जी रही है.
ऐसे मौसम में सदर अस्पताल में ओआरएस का उपलब्ध नहीं होना गरीब रोगियों के साथ अन्याय है. जबकि राज्य सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में जिला को करोड़ों रुपये दे रही है. मरीज सुल्तान मिंया, पूनम देवी, कलिया देवी आदि ने बताया कि बच्चे डायरिया व कै से ग्रसित हैं.
उनका इलाज कराने के लिये सदर अस्पताल लेकर आये हैं. इलाज तो हुआ लेकिन दवा खरीदने के लिये बाजार से ओआरएस खरीद कर लाना पड़ा. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा मुकेश ने इस संबंध में बताया कि पूर्व माह तक ओआरएस पाउडर उपलब्ध था. अभी ओआरएस के लिये एक माह तक इंतजार करना होगा.

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