लखीसराय : शहर में सफाई कार्य में गतिरोध दूर करने को लेकर नप कार्यालय में बुधवार को बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ की बैठक आयोजित हुई. बैठक में शहर में सफाई कार्य को लेकर एनजीओ व मास्टर रोल पर बहाल सफाई कर्मी के बीच गतिरोध दूर करने पर चर्चा हुई.
नप कार्यपालक पदाधिकारी संतोष रजक ने बताया कि अभी तक जो भी मजदूर दैनिक मजदूरी के रूप में नगर परिषद के तहत कार्य करेंगे उनको मजदूरी नगर परिषद की और से की जायेगी. नगर परिषद की और से वरीयता सूची व पहचान पत्र निर्गत करने, इपीएफ व बैंक के द्वारा भुगतान किया जायेगा.
इसके अलावे वरदी, ग्लब्स, साबुन व सफाई कार्य के लिए झाड़ू व सफाई मजदूरों को मजदूरी प्रतिदिन 300 रुपये, चालक को 400 रुपये, जबकि जेसीबी चालक को 500 रुपये प्रतिदिन मजदूरी दी जायेगी. बैठक में सरकारी नियमानुसार वर्षों से कार्यरत दैनिक मजदूरों की सेवा नियमित करने हेतु उचित कार्रवाई की जोयगी. वहीं बैठक में एक अप्रैल 2016 से जितना दिन भी काम बंद हुआ है उसकी भरपाई रविवार व छुट्टी के दिन कार्य कर पूरा कर लिया जायेगा.
इधर दूसरी ओर बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के महासचिव श्याम लाल प्रसाद ने प्रेसवार्ता कर कहा कि नगर परिषद लखीसराय व स्वयंसेवी संस्थान के तहत चालक आदि के साथ 140 सफाई मजदूर कार्यरत हैं. जिन्हें नगर परिषद के तहत कार्य छठे वेतन पुनरीक्षण में निर्धारित न्यूनतम वेतन के अनुसार असामान छूती महंगाई के अनुसार सफाई मजदूरेां को पांच सौ, वाहन चालकों को छह सौ तथा जेसीबी चालक को सात सौ रुपये प्रतिदिन दिये जाने की मांग की.
उन्होंने कहा कि इतनी महंगाई के बावजूद अभी भी मात्र 250 रुपये प्रतिदिन दी जा रही है. उन्होंने कहा कि आज मालिक और मजदूर के बीच में अमीरी गरीबी की खाई बढ़ती ही जा रही है. जिसका असर सफाई मजदूर पर दिखाई दे रहा है. इस अवसर पर स्थानीय शाखा अध्यक्ष सुरेंद्र मल्लिक, कर्मचारी महासंघ के जिला सचिव संजय कुमार अनुरागी अादि उपस्थित थे.