सुगंधित हो रहा तिलकुट बाजारफोटो संख्या:01-तिलकुट बनाता कारीगरफोटो संख्या:02-तिलकुट से सजी दुकान*मकर संक्रांति नजदीक आते ही कारोबार में होने लगी वृद्धिप्रतिनिधि, लखीसरायमकर संक्रांति नजदीक आते ही तिलकुट का कारोबार भी अपने परवान चढ़ चुका है. शहर के विभिन्न चौक-चौराहे पर लगभग दो दर्जन जगहों पर तिलकुट बनाने का कारोबार किया जा रहा है. इन कारोबारियों के यहां प्रतिदिन औसतन प्रति कारोबारी एक से डेढ़ क्विंटल तिलकुट का निर्माण किया जा रहा है. अनुमान के मुताबिक शहर में प्रतिदिन तीन लाख का तिलकुट का कारोबार हो रहा है. सूर्यगढ़ा में आधा दर्जन कारोबारी तिलकुट का थोक कारोबार करते हैं. सूर्यगढ़ा के तिलकुट कारोबारी ओम साव के मुताबिक छठ पूजा के 10 दिन बाद से ही कारोबार शुरू हो जाता है. फिलहाल आधा दर्जन स्थानीय कारीगर द्वारा हर रोज तिलकुट बनाया जा रहा है. औसतन प्रतिदिन 60 किलो तिलकुट तैयार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि थोक में दो क्वालिटी का तिलकुट उपलब्ध है जिसका थोक भाव 110 रुपये प्रति किलो एवं 140 रुपये प्रति किलो है. तिलकुट बनाने में काफी मेहनत की आवश्यकता होती है. एक कारीगर को उनकी कला के मुताबिक तीन सौ से चार सौ रुपया तक मजदूरी दी जाती है. तिलकुट दुकानदार गोपाल प्रसाद के मुताबिक ठंड आने पर तिलकुट लोगों की चाहत बन जाती है. इसलिए अन्य कारोबार छोड़कर तिलकुट का कारोबार करते हैं. खुदरा बाजार में तिलकुट की कई रेंज उपलब्ध हैं. अच्छी क्वालिटी का तिलकुट 200 रुपये से 220 रुपया तक बिक रहा है. मीडियम रेंज का तिलकुट 160 से 180 रुपये एवं सस्ता तिलकुट एक सौ रुपये किलो तक में उपलब्ध है. कुछ थोक कारोबारी व्यवसाय के लिये वारसलीगंज, गया आदि जगहों से कारीगर मंगाते हैं. ऐसे कारीगरों को पूरे सीजन तक के लिये अनुबंधित किया जाता है. प्रतिदिन तीन लाख का कारोबार होने का अनुमानजैसे-जैसे मकर संक्रांति का पर्व नजदीक आ रहा है, तिलकुट का बाजार भी गरम हो गया है. तिलकुट के थोक कारोबारी युद्ध स्तर पर तिलकुट तैयार करने में लगे हैं. पुराने स्टॉक की सप्लाई की जा रही है. कारोबारी के मुताबिक एक कारोबारी प्रतिदिन एक से डेढ़ क्विंटल तक तिलकुट तैयार कर रहा है. मकर संक्रांति को लेकर थोक कारोबार चरम पर है. कारोबारी जितना भी तिलकुट तैयार कर रहे हैं, उसकी सप्लाई हो जाती है. शहर में कुछ ऐसे भी कारोबारी हैं जो मकर संक्रांति के नजदीक आने पर पांच से आठ क्विंटल तक तिलकुट की बिक्री करते हैं. ऐसे कारोबारी जिले भर में तिलकुट स्पलाई करते हैं. तिलकुट दुकानदार गोपाल जी के मुताबिक अधिक खास्ता तिलकुट को बाहर से लानें में भी परेशानी है. पिछले वर्ष की तुलना में नहीं हुआ कीमतों में इजाफातिलकुट कारोबारी के मुताबिक पिछले वर्ष की तुलना में तिल व चीनी की कीमत में वृद्धि नहीं होने के कारण बाजार में तिलकुट की कीमतों में भी इजाफा नहीं हुआ. कारोबारी ओम साव के मुताबिक हाल के दिनों में चीनी की कीमत बढ़कर 35 सौ रुपया प्रति क्विंटल हो गया है. जिससे कारोबार पर असर पड़ रहा है. वारिस इस कारोबार के लिये अभिशाप है. इससे तिलकुट की क्वालिटी खराब हो जाती है.
BREAKING NEWS
Advertisement
सुगंधित हो रहा तिलकुट बाजार
सुगंधित हो रहा तिलकुट बाजारफोटो संख्या:01-तिलकुट बनाता कारीगरफोटो संख्या:02-तिलकुट से सजी दुकान*मकर संक्रांति नजदीक आते ही कारोबार में होने लगी वृद्धिप्रतिनिधि, लखीसरायमकर संक्रांति नजदीक आते ही तिलकुट का कारोबार भी अपने परवान चढ़ चुका है. शहर के विभिन्न चौक-चौराहे पर लगभग दो दर्जन जगहों पर तिलकुट बनाने का कारोबार किया जा रहा है. इन कारोबारियों […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement