बढ़ रही कनकनी, प्रशासन लापरवाहन्यूनतम तापमान : 11 डिग्री अधिकतम तापमान : 24 डिग्री नहीं हुई अब तक सरकारी तौर पर अलाव की व्यवस्थाराशि आवंटन के बावजूद भी नहीं जल रहा अलाव प्रतिनिधि, लखीसरायजिले में ठंड लोगों की परेशानी का सबब बना हुआ है. अब तक जिले भर में कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं हो पायी है. न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव के बावजूद कनकनी लगातार लोगों को बीमार कर रहा है. पिछले दो दिनों में दिन चढ़ने के बाद भी धूप में गरमी नहीं होने से लोगों को ठंडक से राहत नहीं मिल रही है. शाम ढलते ही बाजार में चहल-पहल थम सी जाती है. मजबूरन लोग शाम के बाद अपने घरों से नहीं निकल रहे. सबसे ज्यादा परेशानी गरीब तबके के लोगों को है.उन्हें माघ की सर्द भरी रात काटे नहीं कट रही. मजदूरों को अपने दैनिक कार्यों में जाने में भी परेशानी हो रही है. न्यूनतम तापमान चढ़ने के बाद भी नहीं मिली राहतमंगलवार को न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. दिन चढ़ने के बाद धूप निकला लेकिन तपिश नहीं होने की वजह से धूप भी अप्रभावी साबित हो रहा था. कनकनी के कारण सारा दिन लोग गर्म कपड़े पहन कर ठंडक से बचने की कोशिश करते रहे. चाय, काॅफी की दुकानों पर भी ग्राहकों की भीड़ बनी रही.नहीं जल रहा अलावआपदा प्रबंधन विभाग द्वारा प्रखंडों को अलाव के लिये राशि उपलब्ध किये जाने के बावजूद भी अब तक कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं हो पायी है. शाम ढलने के बाद से सुबह सूरज निकलने तक ठिठुरन के कारण गरीबों का रात गुजारना भी मुश्किल हो रहा है. ठंड के कारण लगातार लोग बीमार हो रहे हैं. जिला प्रशासन द्वारा गरीबों को कंबल भी उपलब्ध नहीं कराया गया है.अलाव के लिये है प्रावधानसरकार की ओर से जारी दिशा निर्देश के तहत आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा अधिक ठंड पड़ने पर अलाव की व्यवस्था की जाती है. अलाव की व्यवस्था तब होती है, जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस और उससे कम या अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम होता है. अंचल क्षेत्र में संबंधित अधिकारी या नगर परिषद क्षेत्र या दगर पंचायत क्षेत्र में कार्यपालक पदाधिकारी को अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होती है. अलाव की व्यवस्था के लिये अधिकारी सर्वप्रथम स्थल का निर्धारण करते हैं. जिसमें मूल रूप से बस पड़ाव, अस्पताल, रेलवे स्टेशन सहित सार्वजनिक स्थलों को शामिल किया जाता है. सरकार के द्वारा इसके लिये फिलहाल 50 हजार रुपये ही आबंटन किया गया है. जिला स्तर पर आवंटित राशि का उप आवंटन जिला कार्यालय से किया जाता है. जिसे विभिन्न प्रखंडों को उपलब्ध कराया गया है. अंचल क्षेत्र में मांग व क्षेत्र के अनुरूप यह उप आवंटन करना होता है. पुन: अंचल कार्यालय के द्वारा राशि की कमी होने पर जिला कार्यालय से राशि आवंटित किया जाता है. राशि की कमी होने के बाद सरकार की ओर से पुन: राशि आवंटन का प्रावधान है. कहते हैं अधिकारीआपदा प्रबंधन विभाग की प्रभारी पदाधिकारी मंजू प्रसाद ने बताया कि अलाव के लिये राज्य से आपदा प्रबंधन विभाग को 50 हजार रुपया उपलब्ध कराया गया है. जिसे जरूरत के मुताबिक प्रखंडों को उपलब्ध कराया गया है.दिसंबर माह शुरू होते ही बढ़ने लगी कनकनीजिले भर में दिसंबर माह के पहले सप्ताह से ही कनकनी बढ़ने लगी. अब तक इस सप्ताह में न्यूनतम तापमान में सर्वाधिक गिरावट शनिवार 19 दिसंबर को आया, जब पारा लुढ़ककर 6 डिग्री तक आ गया जबकि अधिकतम तापमान 234 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. ठंड में बेतहासा वृद्धि के बाबजूद प्रशासन की ओर से अब तक अलाव की व्यवस्था नदारद है. अलाव नहीं जलने से लोग हलकान हो रहे हैं. लखीसराय नप प्रशासन एवं बड़हिया नप पंचायत या सामाजिक संस्थाओं ने भी अब तक हाथ खींच रखा है. लोग निजी संसाधनों से अलाव जलाकर ठंड से बचने की जुगत कर रहे हैं. खास बातेंजिले में राशि आवंटन के बाद भी नहीं जल रहा अलावइस हफ्ते न्यूनतम पारा 6 डिग्री और अधिकतम 24 डिग्री रहादो नगर निकायों में भी नहीं हुई अलाव का व्यवस्थाशाम ढलते ही बाजारों में पसर जाता है सन्नाटागरीब तबके के लोगों की बढ़ी परेशानीनिजी व्यवस्था के तहत खुद को गरम रखने की जुगत में लगे हैं लोग
Advertisement
बढ़ रही कनकनी, प्रशासन लापरवाह
बढ़ रही कनकनी, प्रशासन लापरवाहन्यूनतम तापमान : 11 डिग्री अधिकतम तापमान : 24 डिग्री नहीं हुई अब तक सरकारी तौर पर अलाव की व्यवस्थाराशि आवंटन के बावजूद भी नहीं जल रहा अलाव प्रतिनिधि, लखीसरायजिले में ठंड लोगों की परेशानी का सबब बना हुआ है. अब तक जिले भर में कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement