खैरा : जैन धर्मावलंबियों के आस्था और श्रद्धा के प्रतीक भगवान महावीर की मूर्ति की हुए कई दिन बीत जाने के बाद भी मूर्ति की बरामदगी पुलिस नहीं कर पायी है. मूर्ति की खोज में जहां प्रशासनिक महकमा परेशान है.वहीं इलाके के लोग भी मूर्ति की खोज को लेकर अपने-अपने स्तर से प्रयास के लगे है .
शनिवार को हरखाड पंचायत के आदिवासी समुदाय के लोग भगवान कि मूर्ति चोरी की खोज में अपने पौराणिक हथियार के साथ दीपा करहर, बटिया, काली पहाड़ी, नागीन, गायघाट, प्रतापपुर झिलार आदि जगहों व खेत खलिहान तथा नदी में मूर्ति के खोज की. आदिवासी समुदाय के लोग रमेश हेंब्रम, गुड्डू हांसदा, छोटे हेंब्रम का कहना है कि भगवान की मूर्ति चोरी होने के बाद हमलोगों को रोटी भी नसीब नहीं हो पा रहा है. इसी मंदिर से हमलोगों का जीवन यापन चल रहता था.
भगवान के मूर्ति का चोरी होने से हमलोग को आहत पहुंचा है. जब तक मूर्ति का पता नहीं लग जायेगा. तब तक हमलोग अपने समुदाय के लोगों के साथ प्रतिमा की खोज करते रहेगें.