भोला पंडित ने अपनी रचना ‘बेटी महान होती है जरा गौर कीजिए, अरमानों की जान होती है जरा गौर कीजिए’ की प्रस्तुति कर बेटियों की प्रतिभाओं का बखान किया. वहीं राम बालक सिंह ने अपनी कविता ‘सुंदरता अनुपम उपहार है नहीं सबों को मिलता, जो है बड़े भाग्यशाली उनका चेहरा ही खिलता’ में सुंदरता का बखान किया. सुखदेव मोदी ने ‘जब तक हर खेत को पानी हर हाथ को काम न मिल जायेगा, तब तक भारत विकसित राष्ट्र न बन पायेगा’ गया.
महेश प्रसाद सिंह ने भ्रष्टाचार पर चोट करते हुए ‘भ्रष्टाचार है उन्नत आचार, आज तक नहीं काई इससे सुंदर विचार’ रचना की प्रस्तुति की. भगवान प्रसाद राही ने ‘भ्रष्टाचार के भरमार हो गेल हम्मर देश में, भ्रष्ट नेता पैसा जमा कैलक विदेश में’ की प्रस्तुति. इनके अलावा त्रिवेणी पासवान, मंहगू राम, नरेश प्रसाद, दशरथ महतो, राजेश्वरी प्रसाद सिंह आदि ने भी अपनी रचाना प्रस्तुत की. गोष्ठी के दौरान जिला हिंदी सम्मेलन लखीसराय के कार्यकारी अध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से रामबालक सिंह को चुनाव गया. सिंघेश्वर महतो ने आलेख पढ़ कर सुनाया.