ऐसे में जिले में रोगियों के लिए महंगे खर्च पर निजी चिकित्सकों के यहां इलाज करवाना मजबूरी बनी हुई है. जिले के सदर अस्पताल की भी स्थिति भी कमोबेश ऐसी ही है. यहां कुल 33 पद सृजित हैं, जबकि कार्यरत चिकित्सक सिर्फ सात ही हैं. यही हाल कमोबेश जिले के अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का भी है. सिर्फ बड़हिया रेफरल अस्पताल की स्थिति कुछ अलग है. यहां पांच सृजित पद के विरुद्ध चार चिकित्सक कार्यरत हैं. वहां मात्र कनीय स्टाफ व सजर्न का पद रिक्त पड़ा हुआ है.
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110 के बदले जिले में 28 चिकित्सक
लखीसराय: सरकार के दावे के बावजूद सूबे में चिकित्सा व्यवस्था अच्छी नहीं हो पायी है. लेकिन आज भी यहां लोग निजी क्लिनिक में ही इलाज करवाने को मजबूर हैं. कारण यह कि यहां के सरकारी अस्पतालों में आज भी चिकित्सकों की काफी कमी है. लखीसराय जिला के सरकारी अस्पतालों में विभागीय सूचना के अनुसार, 110 […]
लखीसराय: सरकार के दावे के बावजूद सूबे में चिकित्सा व्यवस्था अच्छी नहीं हो पायी है. लेकिन आज भी यहां लोग निजी क्लिनिक में ही इलाज करवाने को मजबूर हैं. कारण यह कि यहां के सरकारी अस्पतालों में आज भी चिकित्सकों की काफी कमी है. लखीसराय जिला के सरकारी अस्पतालों में विभागीय सूचना के अनुसार, 110 चिकित्सकों के पदों का सृजन किया गया है. लेकिन यहां सिर्फ 28 चिकित्सक ही पदस्थापित हैं. जिले में चिकित्सकों के 82 पद खाली पड़े हुए हैं.
क्या है सदर अस्पताल की व्यवस्था
सदर अस्पताल में अक्सर चिकित्सकों की कमी के कारण मरीजों को बिना इलाज कराये ही लौटना पड़ता है. क्योंकि यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी बनी ही रहती है. 33 में से सात चिकित्सक ही यहां पदस्थापित हैं. उसमें अगर कोई अनुपस्थित रहे तो स्थिति और विकट हो जाती है. सदर अस्पताल में स्त्री रोग, चर्म रोग, इएनटी, दंत चिकित्सक, दंत सजर्न, रेडियोलॉजिस्ट, पैथोलोजिस्ट आदि पदस्थापित नहीं हैं. सिर्फ दंत चिकित्सक के पद संविदा के आधार पर एक चिकित्सक कार्य कर रहे हैं. वहीं सजर्न भी सिर्फ एक ही हैं. इसके अलावा सदर अस्पताल में सामान्य चिकित्सक के 13 पद सृजित हैं. लेकिन सभी पद खाली पड़े हुए हैं.
स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति
जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 46 सृजित पदों में मात्र 12 पदों पर चिकित्सक पदस्थापित हैं, 34 रिक्त पड़े हुए हैं. हालांकि विभाग द्वारा 13 चिकित्सकों की संविदा पद आधारित नियुक्ति की गयी है. अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 25 सृजित पदों में से मात्र 5 पर ही चिकित्सक कार्यरत हैं.
कहते हैं सिविल सजर्न
सिविल सजर्न डॉ शशि भूषण शर्मा ने बताया कि जिले में चिकित्सकों की काफी कमी है. किसी तरह व्यवस्था का संचालन किया जा रहा है. इस संबंध में वरीय पदाधिकारियों को भी लिखा गया है.
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