ठाकुरगंज : एक बच्चे के प्रति मां की ममता का कोई मोल नहीं होता़ वहीं लोकतंत्र में एक वोट का मोल होता है़ नवजात बच्चे की मां की दुविधा कोई भी समझ सकता है़ कई मांओ ने बच्चे को घर पर छोड़ वोट देने नहीं जा सकती क्योंकि बच्चा छोटा है, परंतु वोट देना भी जरूरी है़
समस्या का समाधान यूं निकाला की मां की ममता के साथ मतदान का कर्त्तव्य भी निभाया़ एक मां महिलाओं की लंबी कतार पर खड़ी एक महिला अपने कलेजे के टुकड़े को ले मतदान केद्र पहुंची और अपनी बारी का इंतजार के लिए लंबी कतार पर घंटों खड़ी रही़ आदर्श मतदान केंद्र पर अपने छोटे बच्चे को कंधे पर ले शकुंतला देवी मतदान करने पहुंची़ कहा कि घर में कोई नहीं था, इसलिए बेटे को साथ लाई हूं. बच्चे को घर में छोड़ नहीं सकती थी और वोट देना भी जरूरी है़ वोट से गांव की सरकार चुना जायेगा़