ठाकुरगंज : शराबबंदी की पूर्व संध्या पर जिले के प्रखंडों में देशी व विदेशी दोनों शराब की दुकानों पर सन्नाटा देखा गया. प्रखंड मुख्यालय में स्थित देशी शराब की दोनों दुकाने सुबह से ही बंद थी. स्टॉक नील हो जाने के कारण देशी शराब की दुकान संचालकों ने गुरुवार सुबह से ही दुकान बंद कर […]
ठाकुरगंज : शराबबंदी की पूर्व संध्या पर जिले के प्रखंडों में देशी व विदेशी दोनों शराब की दुकानों पर सन्नाटा देखा गया. प्रखंड मुख्यालय में स्थित देशी शराब की दोनों दुकाने सुबह से ही बंद थी. स्टॉक नील हो जाने के कारण देशी शराब की दुकान संचालकों ने गुरुवार सुबह से ही दुकान बंद कर समान समेट लिया. हालांकि बुधवार को इन दुकानों द्वारा मनमानी दर पर शराब बेचे जाने की बातें सामने आ रही थी.
वहीं विदेशी शराब की दो दुकानों में एक तो सुबह से बंद थी.दुकान के स्टॉफ की यदि माने तो होली के बाद से नया स्टॉक नहीं लाया गया. जिसस कारण गुरुवार को नाम मात्र की ही शराब दुकान में थी, जो स्टॉक मौजूद था वह शाम होते होते खत्म हो जाने की बात संचालक ने बतायी.
दिघलबैंक प्रतिनिधि के अनुसार, नये वित्तीय वर्ष के पहले दिन से पूरे प्रदेश में देशी शराब की बंदी से पहले गुरुवार को प्रभात खबर की टीम ने प्रखंड के कई मयखानों का जायजा लिया. दिघलबैंक नया बाजार स्थित शराब के दुकान में सन्नाटा पसरा था. पूछने पर मालूम हुआ कि होली से पहले ही माल आया था. जिसका स्टॉक कई दिन पहले ही खत्म हो गया है. सुबह के समय कुछ पॉलीथीन वाली शराब बची थी. अब वो भी खत्म है. शाम को शराब दुकान के कर्मचारी आपस में बैठ कर हिसाब करते दिखे.