किशनगंज : स्थानीय नेपालगढ़ कॉलोनी में सोमवार संध्या दहेज की मांग को लेकर पति द्वारा पत्नी को शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का मामला प्रकाश में आया है. गृह वधु आशा देवी की चीख पुकार सुन घटनास्थल पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने कमरे का दरवाजा तोड़ दहेज पीड़िता को छुड़ा उसे इलाज के लिए एमजीएम कॉलेज में भर्ती करा दिया.
वहीं पड़ोसियों द्वारा घटना की जानकारी पीड़िता आशा देवी के मायके वालों को दिये जाने के बाद मायके वाले विशनपुर मुखिया पिंटू चौधरी के संग किशनगंज पहुंचे और पीड़िता को लेकर स्थानीय महिला थाना जा पहुंचे, जहां पीड़िता की लिखित शिकायत के आधार पर कांड संख्या 9/16 दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है.
घटना के संबंध में जानकारी प्रदान करते हुए पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी गत 15 दिसंबर 2010 में नेपालगढ़ कॉलोनी निवासी प्रेम शंकर सिंह पिता राजेश्वर सिंह के साथ हुई थी तथा शादी के वक्त मायके वालों ने उसे यथासंभव दहेज भी दिया था. शादी के बाद सब कुछ सामान्य चल रहा था.
इस बीच वह दो बच्चियों की मां भी बन गयी थी तथा गत 11 फरवरी को उसने बेटे को भी जन्म दिया था. बेटे को जन्म देने के बाद वह विगत छह माह से मायके में रह कर स्वास्थ्य लाभ कर रही थी. इस दरम्यान उसकी छोटी बहन की भी शादी हो गयी. मायके वालों द्वारा छोटी बहन को दान में दी गयी सामग्रियों को देख प्रेम शंकर की नीयत बदल गयी और वह छोटी बहन के समान ही दहेज की मांग करने लगा था.
10 दिन पूर्व जब वह ससुराल वापस आयी तो एक बार फिर से प्रेम शंकर उससे दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ित करने लगा. परंतु मायके वालों की आर्थिक स्थिति से भलीभांति परिचित पीड़िता आशा देवी चुपचाप पति के जुल्मो सितम को सहती रही. इधर दहेज की मांग को पूरा न होता देख प्रेम शंकर दूसरी शादी करने की जुगत में लग गया,
जिसकी भनक आशा देवी को मिलते ही उसने पुरा विरोध करना प्रारंभ कर दिया. नतीजतन गत रविवार को पति प्रेम शंकर ने जान से मारने की नीयत से पीड़िता हमला बोल दिया था. इस संबंध में पूछे जाने पर एसपी ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है