किशनगंज : जिले में फल दुकानों पर खुलेआम धड़ल्ले से चाइनीज सेब बिक रहे हैं. नेपाल की सीमा से सटा यह जिला तस्करों के लिए मुफीद माना जाता है. नेपाल के रास्ते ही चाइनीज सेब भारतीय बाजारों में पहुंच रहे हैं, लेकिन तस्करी रोकने के लिए जिले में कार्यरत कस्टम विभाग मूकदर्शक बना हुआ है.
Advertisement
बाजार में हैं चाइनीज सेब, रहें सतर्क
किशनगंज : जिले में फल दुकानों पर खुलेआम धड़ल्ले से चाइनीज सेब बिक रहे हैं. नेपाल की सीमा से सटा यह जिला तस्करों के लिए मुफीद माना जाता है. नेपाल के रास्ते ही चाइनीज सेब भारतीय बाजारों में पहुंच रहे हैं, लेकिन तस्करी रोकने के लिए जिले में कार्यरत कस्टम विभाग मूकदर्शक बना हुआ है. […]
टेढ़ागाछ, फतेहपुर और बीबागंज से होकर लाया जाता है सेब
वहीं सूत्रों की मानें तो कस्टम विभाग से मिलीभगत कर बीबीगंज एवं दिघलबैंक बॉर्डर से बहादुरगंज पहुंचाया जा रहा है और बहादुरगंज से फल विक्रेताओं को सप्लाई की जा रही है. भारतीय सेब से अधिक आकर्षक और सुंदर दिखने के कारण ग्राहक आसानी से चाइनीज सेब खरीद लेते हैं. ग्राहक को तो पता ही नहीं चलता है कि वे भारत में पैदावार हुए कश्मीरी सेब खरीद रहे हैं या फिर रासायनिक उर्वरकों की मदद से पैदावार हुए चाइनीज सेब खरीद रहे हैं. हमेशा ताजा दिखने के लिए चाइनीज सेब पर केमिकल की एक परत चढ़ायी जाती है.
केमिकल का परत चढ़ा वीडियो हुआ वायरल : हाल के ही दिनों में चाइनीज सेब पर केमिकल की परत चढ़ा होने को लेकर सोशल साइट में वीडियो वायरल हुआ था. इसमें स्पष्ट दिखाया गया था कि केमिकल परत चढ़ा चाइनीज सेब किस प्रकार लोगों के लिए जानलेबा है. लोग सेहत के लिए फल खाते है.
लेकिन चाइनीज सेब खाकर अनजाने में अपनी सेहत बिगाड़ रहे हैं.
भारतीय अर्थ व्यवस्था को हो रहा है नुकसान: जिले में बिकने वाला सेब व पूर्व में पटना एवं दिल्ली की मंडियों से आता था. जिससे सरकार को टैक्स के रूप में राजस्व प्राप्त होता था. लेकिन चाइनीज सेब को बाजार में आने से पटना एवं दिल्ली की मंडियों से आने वाले सेब का खेप में कमी आ गयी है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement