किशनगंज : जिले के छत्तरगाछ ओपी में गत शुक्रवार रात्रि पुलिस हिरासत में युवक की संदेहास्पद मौत मामले में स्थानीय पुलिस ने मंगलवार को यूपी पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर शिव लाल प्रेमी व सिपाही कुलदीप के साथ-साथ पीड़िता के दादा शिव कुमार त्यागी व दो स्थानीय चौकीदार को हिरासत में ले लिया.
मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान इस आशय की जानकारी प्रदान करते हुए पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन ने बताया कि अखलाक की मौत क्राइम मिस्ट्री बन गयी थी. उन्होंने बताया कि घटना के बाद ही यूपी के मुरादनगर थाना में तैनात सिपाही कुलदीप घटना के बाद से फरार हो गया था तथा मृतक की सुरक्षा में तैनात पहड़कट्टा थाना के चौकीदार शशि कुमार हरिजन व बाबू लाल राय भी घटना के बाद से फरार थे,
जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने बताया कि फिलहाल मामले की जांच जारी है तथा पुलिस मामले की हर बिंदु की बारीकी से जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि घटना के दूसरे दिन ही घटना स्थल पर पहुंची एफएसएल टीम ने पुलिस को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है तथा फिलहाल पुलिस मृतक अखलाक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. उन्होंने कहा कि मृतक के मौत के कारणों का खुलासा करना अभी उचित नहीं होगा.
परंतु अखलाक के परिजनों को न्याय मिलेगा और दोषियों को कठोर से कठोर सजा दी जायेगी. छत्तरगाछ ओपी के तत्कालीन प्रभारी हरेश तिवारी के मामले में संलिप्ता से साफ इनकार करते हुए श्री रंजन ने बताया कि घटना के वक्त हरेश तिवारी घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे. परंतु गिरफ्तार अखलाक को नजदीकी थाना के पुलिस हिरासत में न भेज कर उन्होंने भारी भूल की थी. नतीजतन घटना के दिन ही उन्हें निलंबित कर दिया गया था.
श्री रंजन ने बताया कि पीड़िता के मुराद नगर से अचानक गायब हो जाने के बाद उसके परिजनों ने मुरादनगर थाना में उसके अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करा दी थी व अखलाक को नामजद अभियुक्त बनाया था. वहीं मुरादनगर पुलिस मामले के अनुसंधान के क्रम में दोनों के पोठिया प्रखंड के अर्राबाड़ी में छिपे होने की जानकारी के बाद गत शुक्रवार को मुरादनगर पुलिस के एएसआइ शिव लाल प्रेमी व सिपाही कुलदीप छत्तरगाछ ओपी पहुंचे थे और ओपी प्रभारी हरेश तिवारी से सहयोग की मांग की थी.
तत्पश्चात छत्तरगाछ पुलिस ने शुक्रवार रात्रि दो बजे के करीब दोनों को सकुशल बरामद कर लिया था. परंतु छत्तरगाछ ओपी में पुलिस हाजत न होने के कारण पीड़िता व उसके दादा को महिला पुलिस के संरक्षण में थाना में ही रखा था,
जबकि आरोपी अखलाक को यूपी पुलिस के साथ पड़ोस में स्थित सामुदायिक भवन में रात गुजारने के लिए जगह दे दी गयी थी तथा उनकी देख-रेख के लिए दो चौकीदार की भी तैनाती कर दी गयी थी. परंतु शनिवार प्रात: अखलाक मृत पाया गया. उन्होंने बताया कि घटना के पश्चात इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गयी थी.
परंतु घटनास्थल पर घटना के दिन पीड़िता के दादा, यूपी पुलिस के एसआइ व सिपाही के साथ-साथ स्थानीय दो चौकीदार के उपस्थित रहने के कारण सभी पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.