लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश से सूख रहे धान की फसल में हरियाली आ गयी है.जिसे देख कर क्षेत्र के किसनों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गयी है. बताते चले कि बीते एक माह से वर्षा नहीं होने से खेत में रोपे गये धान के बिचड़े सूख रहे थे और खेतों में दरारे पड़ गयी थी,
लेकिन बीते शुक्रवार से हो रही बारिश से अब धान के रोपे गये बिचड़ा में जान आ गयी है. पोठिया प्रखंड क्षेत्र के अलग अलग गांव के किसानों ने बताया कि धान की रोपनी के लिए जुलाई एवं अगस्त माह में वर्षा होना काफी जरूरी है. तब ही धान का फसल अच्छी होती है. परंतु इस साल जुलाई व अगस्त माह में वर्षा जरूरत से काफी कम हुआ है. इस लिए इस साल धान की फसल अच्छी होने की उम्मीद काफी कम दिख रही है. लेकिन बीते दिनों से हो रही बारिश से कुछ हद तक धान के पौधे में सुधार दिख रहा है. किसानों ने बताया कि ससमय वर्षा नहीं होने से धान के खेत में बरसाती घास उग गये हैं.