किशनगंज: एनजेपी-कटिहार रेलखंड पर आतंक का पर्याय बन चुके नशा खुरानी गिरोह के सरगना मो जहांगीर आलम पिता मो अली हुसैन काटियाभीट्ठा, कुर्लीकोट निवासी को गुरुवार को स्थानीय जीआरपी ने आरपीएफ कर्मियों के सहयोग से एक नाटकीय घटनाक्रम के बाद गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान जहांगीर का एक और साथी मो कैसर आलम पिता मो फारूख आलम बीनागुड़ी तैयबपुर निवासी भी रेल पुलिस के हत्थे चढ़ गया. गिरफ्तार दोनों अपराधियों से आवश्यक पूछताछ के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में कटिहार मंडल कारा भेज दिया, जबकि गिरोह का शिकार बने अहमद हुसैन पिता मो जहांगीर आलम, बालुगंज कदवा, बारसोई निवासी को सदर अस्पताल में भरती करा दिया गया है.
क्या कहते हैं रेल थानाध्यक्ष : रेल थानाध्यक्ष आलोक प्रताप सिंह ने बताया कि अहमद हुसैन गुरुवार को अपने घर जाने के लिए कटिहार स्टेशन पर इंटरसिटी एक्सप्रेस पर सवार हुए थे, जहां नशा खुरानी गिरोह के दोनों सदस्यों ने उससे दोस्ती कर ली और उसे पीने के लिए फ्रूटी दी, लेकिन फ्रूटी बेस्वाद लगने के कारण अहमद ने आधा फ्रूटी ही पी व शेष को फेंक दिया. फ्रूटी पीने के कुछ ही देर बाद उसे चक्कर आने लगा और वह बेसुध हो गया. इस बीच ट्रेन के किशनगंज स्टेशन पर रुकते ही दोनों लुटेरे अहमद का सामान लेकर भागने लगे, तो अचानक अहमद शोर मचाने लगा.
अहमद के चिल्लाने की आवाज को सुन प्लेटफॉर्म पर ड्यूटी पर तैनात जीआरपी व आरपीएफ जवानों ने भाग रहे दोनों अपराधियों का दूर तक पीछा किया और उन्हें रंगे हाथ धर दबोचा. थानाध्यक्ष श्री सिंह ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है. इससे पूर्व भी वे कई बार जेल की हवा खा चुके हैं. उन्होंने बताया कि एक सप्ताह के भीतर इन लोगों ने चार लोगों को अपना शिकार बनाया था. नतीजतन कटिहार व किशनगंज जीआरपी सरगरमी से इन्हें तलाश रही थी.